बॉडी शॉप दुकान से चोरी के मामले में सरगुजा पुलिस की त्वरित कार्यवाही : प्रकरण में तीन आरोपी किये गए गिरफ्तार….भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में.

बॉडी शॉप दुकान से चोरी के मामले में सरगुजा पुलिस की त्वरित कार्यवाही : प्रकरण में तीन आरोपी किये गए गिरफ्तार….भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में.

September 29, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ अंबिकापुर, 29 सितंबर / प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि प्रार्थी सुनिल विश्वकर्मा साकिन खरसिया नाका अम्बिकापुर द्वारा दिनांक 26 सितंबर 2024 को थाना कोतवाली आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रार्थी खरसिया नाका राजधानी पेट्रोल पम्प के पास माँ महामाया बॉडी शॉप दुकान का संचालन करता हैं। दिनांक 23 सितंबर 2024 को प्रार्थी शाम को अपना दुकान बंद कर अपने घर चला गया था, अगले दिन वापस दुकान आकर देखा तो दुकान में रखे 02 आलमारियों का ताला टुटा हुआ था, जिसमें से दुकान का सामान रिंच पाना, स्टार गोटी टूल्स, प्लास, इलेक्ट्रिक बोर्ड, पेंटिंग गन, पोलीस मशीन, पोलिस सेट सहित पेंट का डब्बा एवं ब्लूटूथ एयरबड कुल कीमत लगभग 45,000/- रुपये किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा चोरी कर लिया गया था। मामले में प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 654/24 धारा 331(4), 305 (ए) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना कारित करने वाले संदेहियों के सम्बन्ध में मुखबीर तैनात किये गए थे। मुखबीर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए राजेंद्र नागेसिया, प्रीतम सिन्हा उर्फ़ सुपाड़ी एवं शालू उर्फ़ शहीद अंसारी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। आरोपियों द्वारा अपना नाम (01) राजेंद्र नागेसिया उम्र 19 वर्ष साकिन गोधनपुर वाटर पार्क के पास अम्बिकापुर, (02) प्रीतम सिन्हा उर्फ़ सुपाड़ी उम्र 26 वर्ष साकिन महादेव गली बौरीपारा अम्बिकापुर, (03) शालू उर्फ़ शहीद अंसारी उम्र 20 वर्ष साकिन तकिया थाना अंबिकापुर का होना बताया गया, आरोपियों से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर बॉडी शॉप दुकान से चोरी की घटना कारित किया जाना स्वीकार किया गया। आरोपियों के कब्जे से चोरी किया गया सामान हेंड ग्रेंडर, पोलिस मशीन, रिंच पाना, लोहे का छैनी, पाना 10 नग, ग्रेंडर कटर, रांदा, नोजल प्लास, पोलिश डिब्बा बरामद किया गया हैं। आरोपियों के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ़्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया हैं।