साइबर जन जागरूकता पखवाड़ा : रायगढ़ के मुख्य मार्केट में साइबर सेल की टीम ने आयोजित किया साइबर जागरूकता कार्यक्रम…बढ़ते साइबर अपराधों से बचने के दिये गये टिप्स.

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समदर्शी न्यूज़ रायगढ़, 06 अक्टूबर / पुलिस मुख्यालय के दिशा निर्देशों के अनुरूप पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के मार्गदर्शन में जिले में साइबर जन जागरूकता पखवाड़ा, 5 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक चलाया जाना है, जिसका कल विधिवत्त शुभारंभ पुलिस अधीक्षक रायगढ़ द्वारा किया गया। जागरूकता पखवाड़े के दूसरे दिन आज शाम रायगढ़ के गैलेक्सी मॉल के सामने ओपन एरिया में साइबर सेल की टीम द्वारा साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डीएसपी साइबर सेल श्री अभिनव उपाध्याय ने प्रोजेक्टर के माध्यम से उपस्थित महिलाओं को बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया और उनसे बचने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की।

कार्यक्रम के दौरान डीएसपी उपाध्याय ने बताया कि साइबर अपराधी लगातार नए तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। एक समय था जब ओटीपी से ठगी की शिकायतें ज्यादा आती थीं, लेकिन अब “डिजिटल अरेस्ट”, सेक्सटॉर्शन और शेयर मार्केट ट्रेडिंग जैसे जटिल तरीकों से अपराधी लोगों को जाल में फंसा रहे हैं। खासकर पढ़े-लिखे लोग इन धोखाधड़ियों का शिकार बन रहे हैं। उन्होंने महिलाओं को फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया प्रोफाइल्स की सुरक्षा के लिए प्राइवेसी सेटिंग्स को ऑन करने और टू-स्टेप वेरिफिकेशन का उपयोग करने की सलाह दी। मौके पर टू-स्टेप वेरिफिकेशन का डेमो भी दिया गया।

साइबर सेल के प्रधान आरक्षक दुर्गेश सिंह और राजेश पटेल ने भी विस्तार से बताया कि अनजान व्यक्तियों को बैंक से संबंधित जानकारी, जैसे एटीएम पिन, सीवीसी नंबर, ओटीपी या पासवर्ड कभी साझा न करें। फेसबुक पर किसी मित्र द्वारा पैसों की मांग करने पर जल्दबाजी न करें और पहले उसकी सत्यता जांच लें।

सोशल मीडिया फ्रॉड : अजनबियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें और अनजान व्यक्तियों द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक करने से बचें।

इमोशनल ब्लैकमेलिंग : किसी के झांसे में आकर व्यक्तिगत फोटो या जानकारी साझा न करें, जिससे बाद में ब्लैकमेलिंग की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।

ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड : अनजान और अविश्वसनीय वेबसाइटों से खरीदारी करने से बचें और हमेशा विश्वसनीय स्रोतों का ही उपयोग करें।

महिला सेल प्रभारी, सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) मंजू मिश्रा ने “अभिव्यक्ति” ऐप के बारे में जानकारी दी, जिससे महिलाएं अपनी गोपनीय शिकायतें सीधे पुलिस तक पहुंचा सकती हैं। उन्होंने महिलाओं से इस ऐप का अधिक से अधिक उपयोग करने की अपील की।

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