नान घोटाले का पर्दाफाश डायरी जब्त रमन के कार्यकाल में हुआ था, रमन सिंह नान घोटाले में पहले से फंसे हुये उनको फंसाने दबाव बनाने की क्या जरूरत – कांग्रेस

January 14, 2022 Off By Samdarshi News

समदर्शी नेवा ब्यूरो,

रायपुर, निलंबित एडीजी जीपी सिंह द्वारा यह कहा जाना कि नागरिक आपूर्ति घोटाला में रमन सिंह को, वीणा सिंह को फंसाने से इंकार कर दिया था इसलिये उसे यह झेलना पड़ रहा है पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह तो पहले से नान घोटाले में फंसे है उनको फंसाने के लिये दबाव बनाने की क्या जरूरत है। जी पी सिंह के ऊपर आय से अधिक संपत्ति बंटोरने का आरोप है। प्रदेश में वोट संघर्ष भड़काने का षड़यंत्र, सरकार को अस्थिर करने का षड़यंत्र जैसे गंभीर आरोप है, उनके ऊपर भयादोहन के भी आरोप लगे है। उसका राजनीति द्वेष का आरोप लगाना हास्यास्पद है। जीपी सिंह अपने ऊपर दर्ज संगीन आरोपों से ध्यान भटकाने राजनीतिक आरोप लगा रहा है, लेकिन इस प्रकार के सतही बयानों से उनके ऊपर लगे अपराधों की न गंभीरता कम होती है और वह कानून से बच पायेगा।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सारा प्रदेश जानता है 36000 करोड़ का नान घोटाला रमन सिंह के कार्यकाल में हुआ है। नान घोटाले का पर्दाफाश भी रमन के कार्यकाल में हुआ था। उनके ही अधीन अधिकारियों ने नान डायरी को जप्त किया था। नान दफ्तर में रुपये जब्त किया था, रमन के कार्यकाल में ही मुकदमा दर्ज हुआ। रमन सरकार के समय जब्त नान डायरी में मैडम सीएम का उल्लेख है। गरीबों के राशन में डाका डालने की आरोपी पूर्ववर्ती रमन सरकार है। नान डायरी के पन्ने में घोटाले के आरोपियों के नाम दर्ज है जिसमें सीएम मैडम से लेकर ऐश्वर्या रेसीडेंसी वाली मैडम जैसे तमाम नामों की प्रविष्टियां दर्ज है। नान घोटाले के समय सीएम मैडम कौन थी? ऐश्वर्या रेसीडेंसी में कौन रहता था किसी से छिपा नहीं है। नान ही क्यों रमन सिंह तो अंतागढ़, डीकेएस, पनामा पेपर में भी आरोपी है। उसका भी उन्हें जवाब देना है।