तमनार में सनसनीखेज वारदात : बाइक लूटने के लिए तीन दोस्तों ने मिलकर की युवक की हत्या…केंदाडोंगरी पहाड़ पर मिला था युवक का शव, हत्या का खुला राज.

तमनार में सनसनीखेज वारदात : बाइक लूटने के लिए तीन दोस्तों ने मिलकर की युवक की हत्या…केंदाडोंगरी पहाड़ पर मिला था युवक का शव, हत्या का खुला राज.

October 26, 2024 Off By Samdarshi News

रायगढ़, 26 अक्टूबर / एसपी श्री दिव्यांग कुमार पटेल के कुशल दिशा निर्देशन एवं मार्गदर्शन पर तमनार पुलिस ने गत दिनों केंदाडोंगरी पहाड़ पर मिली युवक की लाश मामले में हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर मामले का त्वरित रूप से पटाक्षेप किया गया है। एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम ने प्रेस कांफ्रेस में घटना का खुलासा करते हुए बताया कि तमनार पुलिस ने अज्ञात मृतक के शव की शिनाख्तगी कर मामले में मिले एक-एक साक्ष्य को जोड़ते हुए अज्ञात तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें एक नाबालिग है। आरोपियों द्वारा मृतक की बाइक को हासिल करने के लिए उसकी हत्या करने की बात कबूल की गई है। तीनों आरोपियों को हत्या और साक्ष्य छिपाने के अपराध में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा जा रहा है।

थाना तमनार क्षेत्र के अंतर्गत दिनांक 20 अक्टूबर 2024 को ग्राम बांजीखोल जाने वाली केंदाडोंगरी पहाड़ में एक अज्ञात युवक का शव पड़ा मिला। सूचक ग्राम कोटवार भोजराम चौहान की सूचना पर मर्ग क्रमांक 82/2024 धारा 194 BNSS कायम कर जांच में लिया गया, मृतक का शव लगभग तीन-चार दिन पूर्व का प्रतीत हो रहा था। पंचनामा पर मृतक के पास से मिले ब्रेसलेट, चाबी, छिंटदार फूलशर्ट, नीला रंग का जींस पेंट, प्लास्टिक चप्पल और मोबाइल नंबर लिखा हुआ एक कागज का टुकड़ा मिला, जिसे सुरक्षित रख कर शव का कफन-दफन किया गया। प्रथम दृष्टिया मामला “हत्यात्मक” प्रतीत होने पर मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी तमनार निरीक्षक आशीर्वाद राहटगांवकर द्वारा मृतक की पहचान के लिए मृतक के फोटोग्राफ्स विभिन्न व्हाटसअप ग्रुप में शेयर कर जानकारी ली जा रही थी तथा मृतक के पास से कागज में नोट किया हुआ मोबाइल नंबर से जानकारी जुटाते हुए मृतक के परिजनों तक पहुंची। दूसरे ही दिन शव का उत्खन्न पश्चात ग्राम बिछिनारा नया रामपुर, घरघोड़ा निवासी श्यामलाल लोधा द्वारा अज्ञात मृतक की शिनाख्त अपने पुत्र टिकेश्वर लोधा (उम्र 19 वर्ष) के रूप में की गई। शव के पीएम रिपोर्ट से थाना तमनार में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध 24 अक्टूबर को अपराध क्रमांक 268/2024 धारा 103(1), 238(क) BNS पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मृतक की शिनाख्तगी के पश्चात टीआई आशीर्वाद राहटगांवकर के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा मृतक के रिस्तेदारों, दोस्तों  से सिलसिलेवार पूछताछ के क्रम को बढ़ाया गया, जिसमें मृतक को अंतिम बार उसके नरेन्द्र उर्फ बोनु सारथी निवासी कंचनपुर, घरघोड़ा के साथ देखे जाने की जानकारी मिली। तत्काल नरेन्द्र के घर दबिश दिया गया, जो आरोपी फरार था। पुलिस ने मुखबीर लगाकर जानकारी ली गई, जिसमें 16 अक्टूबर को नरेन्द्र, टिकेश्वर को विजय चौहान (सराईडिपा) और नाबालिग बालक के साथ होने की जानकारी मिली। 24 अक्टूबर को ही आरोपित विजय चौहान और नाबालिग बालक को पुलिस ने दबिश देकर पकड़ा। आरोपी विजय चौहान ने नरेन्द्र और नाबालिग लड़के के साथ मिलकर घटना कारित करना स्वीकार किया। छापेमारी में फरार आरोपित नरेन्द्र उर्फ बोनु सारथी को कल हिरासत में लिया गया।

मिली जानकारी के मुताबिक टिकेश्वर लोधा (मृतक) को उसके पिता ने KTM ड्यूक बाइक खरीद कर दी थी। आरोपियों ने अपने मेमोरेंडम कथन में बताया कि 15 अक्टूबर को टिकेश्वर लोधा अपने KTM बाइक से नरेंद्र उर्फ बोनु सारथी के घर आया था। दूसरे दिन 16 अक्टूबर के शाम दोनों बाइक पर घूमने जाने निकले। रास्ते में ग्राम सराईडिपा पर नरेन्द्र ने अपने दोस्त विजय चौहान और नाबालिग भी अपने KTM बालक में बिठाकर मेला देखने जाने साथ लिये। इन्होंने बाइक में पेट्रोल डलाये और करीब आधा लीटर पेट्रोल प्लास्टिक बॉटल में रख लिये फिर चारों रोडोपाली होते बांजीखोल जंगल अंदर गये वहां नशा किये, वहीं टिकेश्वर लोधा घास में लेट हुआ। उसी समय नरेंद्र ने विजय और नाबालिग लड़के को टिकेश्वर की हत्या कर KTM बाइक हथियाने की प्लानिंग बताई और बताया कि बाइक को तीनों बारी-बारी से उपयोग करेंगे। वहीं पेट्रोल डालकर टिकेश्वर की हत्या को अंजाम देने वाले थे पर टिकेश्वर के जागने से घटना को वहां अंजाम नहीं दे पाये तो वापस चारों घरघोड़ा आ गए। रात में घरघोड़ा के एक ढाबा में खाना खाने गये, ढाबा में टिकेश्वर और नाबालिग लड़के को छोड़कर नरेन्द्र और विजय बाइक लेकर घूमने निकल गये। रात भर घूमने के बाद सुबह फिर चारों बाइक पर बांजीखोल जंगल गये। बाइक को रोड़ किनारे बुढा मंदिर के पास खड़ी कर पैदल पहाड़ चढने लगे। उसी समय जंगल से सराई का गेडा (लकड़ी) तोड़कर विजय ने टिकेश्वर टिकेश्वर के सिर पीछे से 3-4 बार मारा जिससे टिकेश्वर पत्थर पर गिरा फिर नरेन्द्र ने चाकू, अपचारी बालक ने पत्थर, लात घुसों से टिकेश्वर पर हमला कर उसकी हत्या कर दी। मामले में लूट और षड्यंत्र के अनुरूप धारा 61(2), 309(6),3(5) BNS  जोड़ा गया है।

एसपी श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन व एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम के मार्गदर्शन पर मामले के संपूर्ण त्वरित पटाक्षेप में थाना प्रभारी तमनार निरीक्षक आशीर्वाद रहटगांवकर, सहायक उपनिरीक्षक खेमराज पटेल, प्रधान आरक्षक संतोष कुर्रे, प्रधान आरक्षक अनूप कुजूर, आरक्षक अनूप मिंज, आरक्षक भीष्मदेव सागर, आरक्षक हरीश पटेल (थाना घरघोड़ा) की सराहनीय भूमिका रही।