जशपुर में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर ‘माटी के वीर’ पदयात्रा का भव्य शुभारंभ : केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हुए शामिल, कार्यक्रम में युवाओं को प्रेरित करने के साथ-साथ जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया

जशपुर में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर ‘माटी के वीर’ पदयात्रा का भव्य शुभारंभ : केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हुए शामिल, कार्यक्रम में युवाओं को प्रेरित करने के साथ-साथ जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया

November 13, 2024 Off By Samdarshi News

जशपुर, 13 नवंबर 2024/ भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य पर जशपुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस पर भगवान बिरसा मुंडा ’’माटी के वीर पदयात्रा’’ कार्यक्रम पुरनानगर में केंद्रीय श्रम और रोजगार एवं युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शामिल हुए और दीप प्रज्वलित कर कार्यकम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव, वित्त मंत्री पर ओपी चौधरी, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद राधेश्याम राठिया, सरगुजा सासंद चितामणी महाराज, सरगुजा प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं विधायक श्रीमती गोमती साय, जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत, रामप्रताप सिंह, कृष्ण कुमार राय, शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, राजा पाण्डेय, संभागायुक्त गोविन्दराम चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग, कलेक्टर रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण एवं प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित थे।

’’माटी के वीर पदयात्रा’’ के शुभारंम में विशेष पिछड़ी जनजाति की नेशलन क्रिकेट खिलाड़ी सुश्री आकांक्षा रानी और ताईक्वांडो खिलाड़ी प्रतीक बड़ा सहित अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पर्वतारोहि सुश्री नैना धाकड़ ने युवाओं का उत्साह वर्धन किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने ’’माटी के वीर पदयात्रा’’ कार्यक्रम के उद्बोधन में छत्तीसगढ़ के इस खूबसूरत जिले जशपुर में माननीय केन्द्रीय युवा मामले और खेल तथा श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया का मैं हार्दिक स्वागत करता हूं। इस आयोजन में भाग ले रहे 10 हजार से अधिक यूथ वालंटियर्स और समस्त नागरिकों का मैं अभिनंदन करता हूं। भगवान मधेश्वर महादेव शिवलिंग दुनिया का सबसे बड़ा प्राकृतिक शिवलिंग है। यहां के जनजातीय समुदायों पर भगवान मधेश्वर महादेव की कृपा आदिकाल से बनी हुई है। यह परम सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ में जनजातीय गौरव दिवस का शुभारंभ उनकी छत्र-छाया में ‘‘भगवान बिरसा मुंडा माटी के वीर पदयात्रा’’ के साथ हो रहा है। यह पदयात्रा धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय समुदायों की विरासत और देश के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। मैं स्वयं जनजातीय समाज का प्रतिनिधि होने के नाते यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने जनजातीय गौरव दिवस के रूप में जनजातीय समाज के गौरव को बढ़ाने वाला एक और बड़ा अवसर हमें दिया है। इस आयोजन को लेकर जनजातीय समुदायों के उत्साह को इसी से समझा जा सकता है कि इस पदयात्रा के मार्ग को लोगों ने सुंदर रंगोलियों, कलाकृतियों, चित्रों और गीत-संगीत से सजाकर पदयात्रियों का हृदय से स्वागत किया है।

आज हम उन्हें नमन करते हुए देश भर के अमर नायकों और बलिदानियों को नमन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद गैंद सिंह, गुंडाधुर, जैसे समस्त जनजातीय नायकों और बलिदानियों को हम नमन कर रहे। इस डबल इंजन की सरकार के केवल 11 महीनों के अल्प समय में छत्तीसगढ़ में लगभग 31 हजार करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाएं स्वीकृत हुई है।

राज्य में जनजातीय गौरव दिवस समारोह की शुरूआत इस पदयात्रा से हो चुकी है। 14 और 15 नवम्बर को रायपुर में जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतरराज्यीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया है। 15 नवम्बर को रायपुर के साथ-साथ सभी जिलों में समारोह होंगे। मैं आप सभी को इन समारोहों में भागीदारी के लिए आमंत्रित करता हूं। हम सब मिलकर अपने पुरखों के सपनों का छत्तीसगढ़ बनाएंगे। जनजातीय समुदाय के गौरव को बढ़ाएंगे।

मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज का कार्यक्रम इस क्षेत्र की 150 कॉलेज के माय भारत के वॉलिंटियरिंग के द्वारा आयोजित किया गया है यानी कि आज का कार्यक्रम युवाओं ने आयोजित किया है। मेरे सामने युवा लोग बैठे हैं और 15 नवंबर जनजाति गौरव दिवस की जन्म जयंती के उपलक्ष में मनाया जाएगा।

आज के कार्यक्रम में हमारे युद्ध को प्रोत्साहित करने के लिए हमारे बीच में उपस्थित मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरूण साव, पहली ही में बैठे हुए इस धरती के युवा आईकोन खिलाड़ियों, सभी उपस्थित मंच पर विराजमान वरिष्ठजन, वरिष्ठ युवागण, उपस्थित माय भारत के वालंटियर आज का दिन मेरी दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण दिन है। आज यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के यूथ वालंटियर द्वारा आयोजित किया गया है। हम उसमें केवल मेहमान है, आपको प्रोत्साहित करने के लिए केवल आए हैं। क्योंकि आप माय भारत के साथ जुड़ के देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करने के लिए आए हैं।

उन्होंने माय भारत युवा संगठन के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे देश को विकसित भारत बनाना है। मुझे देश को बदलना है देश को आगे ले जाना है, देश को विकसित भारत बनाने के लिए देश के युवाओं का कर्तव्यों को उजागर करके मुझे उसको देश के विकास धारा में जोड़ना है। विकसित भारत बनाने में युवाओं की संकल्पनाओं को कटिबद्ध कराना है उसके लिए युवा विभाग के द्वारा भारत सरकार के युथ अफेयर्स युवा मंत्रालय के द्वारा माय भारत युवा संगठन वालंटियर को खड़ा किया गया है। आज के दिन में 1.5 करोड़ से अधिक युवाओं ने माय भारत संगठन में रजिस्टेशन कराया है। जब आप माय भारत संगठन में रजिस्टर हो जाते हैं। अवसर का लाभ उठान चाहते है माय भारत युवा संगठन यानी की माय भारत प्लेटफॉर्म में जाकर रजिस्टेशन करा दीजिए। माय भारत प्लेटफॉर्म आने वाले दिनों में मेरे युवाओं के लिए सिंगल विण्डो सिस्टम के रूप में आगे आएगा। राष्ट्रीय गतिविधियों से जुड़ने के लिए विकसित भारत बनाने के लिए अपना योगदान देना चाहते हैं तो आपको माय भारत संगठन के साथ जुड़ना है। ऐसे प्लेटफार्म के साथ जुड़े हुए वालंटियर ने बीरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के अवसर पर आदिवासी क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित करने का सोचा और भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित हुए।

आप भविष्य में ऐसी सफलता पाना चाहते हैं, अपनी व्यक्तिगत जीवन को बनाने चाहते हैं तो भगवन बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा ले सके हैं। यहॉ बताया गया मुंडा समाज के हमारे लीडर ने अपनी बात कही। केवर 25 साल की आयु में उन्होंने देश के लिए क्या किया। अंगेजो के सामने कैसे लड़ा। मातृ भूमि को आजाद करने के लिए अपना स्वयं का बलिदान कैसे दिया। कैसे संघर्ष किया। एक ट्राईवल्स के बीच से निकला हुआ। गरीब परिवार से निकला हुआ भगवन बिरसा मुंडा देश के आजादी के लिए कैसे लड़ते हैं। कैसे उसमें से प्रेरणा ले के हम हमारे देश के लिए क्या कर सकते हैं और इसलिए आप देखों इस यात्रा का नाम रखा ‘‘माटी के वीर‘‘ इस धरती के वीर ट्राईवल्स धरती से निकला हुआ भगवान बिरसा मुंडा जैसे देश के कई जवानों ने अपना प्राण का बलिदान दिया था। 6 लाख युवाओं ने देश को आजाद करने के लिए अपने प्राणों की बलिदान दिया। तब जा के देश आजाद हुआ। जब देश के अमृत उत्सव के अवसर पर मोदी ने कहा कि अभी देश, देश के नागरिकों को, देश के युवाओं को देश के लिए जीने का वचन मांगता है। हमें देश के लिए जीना है। देश को विकसित भारत बनाने के लिए स्वयं के कर्तव्यों का निर्वाहन करना है। अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करने के लिए देश की युवा अगवाई करें। युवा लीडर सीप ले और युवा अपने देश के लिए अपनी सहभागिता निभाएं। जिस कार्य में युवाओं की रूचि है वह कार्य करें। युवा देश के सेवा कार्य के लिए जुड़े जो देश के विरासत हैं। देश में आजादी की लड़ाई में आवश्यकता हो तो कुद पेड़े, देश के लिए किसी की सहयोग करने की आवश्यकता हो तो सहयोग करें। कोविड समय में जब वैक्सीनेशन का दौर चल रहा था अपनी चिंता किए बिना कई संगठ के युवाओं ने लोगों को घर-घर से लाकर वैक्सीनेशन कराया है। कई युवा घर से वैक्सीनेशन के लिए नही जा पा रहे बुजुर्गाे को कीट लेकर घर में ही वैक्सीनेशन कराया। कई युवा मेडिसिन बांट रहे थे, तो कई युवा मास्क बनाकर घर-घर पहुंचा रहे थे। सेवा भारतीय लोगों का संस्कार है।

उन्होनें कहा कि माय भारत के वालंटियर देश को समृद्ध और विकसित बनाने के लिए राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य का निर्वाहन करने के लिए हम जहॉ हैं वहॉ अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करेंगें। हम गांव में रहते हैं तो गांव में माय भारत के वालंटियर के रूप में कॉलेज के युवाओं के रूप में कार्य करेंगें। उन्होंने युवाओं से अहवान करते हुए कहा कि देश के 70 साल के लोगों को आयुष्मान भारत योजना से लाभ दिलाने के लिए आयुष्मान कार्ड दिला करके उनके जीवन में सहयोगी बनाने की कोशिश करें।

देश निर्मल, निरामय, स्वस्थ और समृद्ध बने और देश को समृद्ध बनाने के लिए मोदी ने कहा था कि यह काम केवल मोदी, सरकार का और राज्य सरकार का नहीं है। इसलिए देश के समृद्ध बनाने के लिए देश के 140 करोड़ की जनता के युवाओं के प्रतिनिधि के रूप में माय भारत वालंटियर इस माटी के बीच पद यात्रा के द्वारा छत्तीसगढ़ और देश को संदेश देने के लिए पदयात्रा कर रहे हैं। हम देश के विकास के साथ जुड़ रहे हैं और हम विकसित भारत बनाने का संकल्प कर रहे हैं। श्री विष्णुदेव साय जिस तरह से छत्तीसगढ़ का नेतृत्व कर रहे है यहॉ महतारी वंदन योजना के तहत महिला सशक्तिकरण का काम हो रहा है। गरीबों के विकास के लिए कार्य चल रहा है, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट गति से आगे बढ़ रहा है। शांति और सलामती का माहौल बन रहा है। छत्तीसगढ़ के द्वारा विकसित छत्तीसगढ़ से विकसित भारत की परिकल्पना यहां साकार हो रही है।

उन्होंने कहा कि विष्णुदेव साय देश और राज्य के यशस्वी मुख्यमंत्री तो हैं ही साथ ही पार्लियामेंट में मेरे साथी भी रहे हैं। उन्होने स्टेडियम बनाना है कहा है तो मेरा दायित्व बन जाता है कि इस क्षेत्र में भारत की सहायता से एक अच्छा स्टेडियम बनेगा। ताकि क्षेत्र में जो युवाओं में खेलने की स्कील है उसको उजागर करके विकसित भारत में एक से पांच क्रम में भारत के वैश्विक क्षेत्र में उपस्थिति दर्ज करा सके और 2036 में हम जब भारत में ओलंपिक का आयोजन करेंगे और उसमें छत्तीसगढ़ के जशपुर से ओलंपिक में विस्तार की स्थिति से ट्राइबल धरती से निकला हुआ कोई मेरा खिलाड़ी भारत के लिए खेलते हुए दिखेगा उस वक्त गौरव महसूस होगा। तब हम याद करेंगे कि यहां युवाओं ने मिट्टी के वीर पदयात्रा निकाली थी और उसे वक्त यहां एक स्टेडियम की घोषणा की थी। इस स्टेडियम से निकला हुआ एक खिलाड़ी है जो देश का और ट्राइबल क्षेत्र का गौरव बढ़ा रहा है। ऐसे हमारे प्लेयर यहां से निकले ऐसी शुभकामना देते हुए उन्होनें माननीय मुख्यमंत्री और उनकी टीम सहित सभी युवा साथियों को प्रोत्साहित करने के लिए अभिनंदन करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं दी।