जशपुर : जल जीवन मिशन से अब गांव के घर तक मिल रहा शुद्ध पेयजल, जिले में 1 लाख 47 हजार से अधिक कार्य पूर्ण

जशपुर : जल जीवन मिशन से अब गांव के घर तक मिल रहा शुद्ध पेयजल, जिले में 1 लाख 47 हजार से अधिक कार्य पूर्ण

November 18, 2024 Off By Samdarshi News

जशपुर, 18 नवम्बर 2024/ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में जल जीवन मिशन योजना के तहत् लोगों को हर घर तक शुद्ध पेजय जल की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

जल जीवन मिशन के तहत् जशपुर जिले में 1 लाख 99 हजार 930 कार्य करने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें 1 लाख 47 हजार 500 कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इनमें से 62 हजार 930 में शुद्ध पेयजल की सुविधा सतत् रूप से दी जा रही है। इनमें मुख्यालय से 25 कि.मी. दूरी पर स्थित जंगल के किनारे बसा ग्राम बोड़ोकच्छार ग्राम शामिल हैं। जहां में 96 क्रियाशील घरेलु नल कनेक्शन के माध्यम से घर-घर तक शुद्व पेय जल पहूंचाया जा रहा है। घर पर पानी आने से सभी ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया है।

जल जीवन मिशन के आने से पूर्व ग्रामीण अपनी पानी की दैनिक आवश्यकताओं के लिए हैण्डपम्प एवं कुओं पर निर्भर रहते थे, मुख्यतः महिलायें पानी भरने के कार्यों को करती थी जिसमें दिनों का काफी समय लग जाया करता था एवं मौसमों की वजह से गर्मियों में जल स्तर का नीचे जाने से नलकूप में पानी देर से आना अथवा नहीं आने की समस्या एवं बारिसों के पानी से तबीयत ज्यादा खराब होने की समस्याएं रहती थी।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता एस.बी.सी ने बताया कि बोड़ोकच्छार में योजना के अंतर्गत 2 एकल ग्राम नल जल योजनाएं लगी है जिसमें एक 12 मी. उंचाई की सोलर योजना लगी है। जिसकी क्षमता 10000 ली. की है। जिससे 32 परिवारों को पीने का पानी पर्याप्त हो जाता है और दूसरी बिजली संचालित योजना है। जिससे 60 परिवारों को पानी पहुंचाया जा रहा है। जिसमें 12 मी. उंचाई की 10000 ली. क्षमता की टंकीयां लगाई गई है।

जल जीवन मिशन के आने के बाद अब गांव के हर घर में नल से पानी आ रहा है जिससे अब पानी भरने नहीं जाना पड़ता एवं दिन का काफी समय बचता है योजना के आने से अब पानी जांच कर उपयोग में ला रहे हैं जिससे जल जनित बीमारियॉं बाकी सालों के मुकाबले काफी कम हो गई है। आज की स्थिती में योजना के ग्राम आये एवं चालू हुए डेढ़ साल से उपर हो गया है सभी ग्रामीण काफी खुश है वे टंकी की सफाई भी करते हैं, गांव में पानी की समस्या पूर्ण खत्म हो गई है।