जशपुर में खाद्य उद्यमिता को मिला नया आयाम: निफ्टम की कार्यशाला ने खोले स्वरोजगार के द्वार

जशपुर में खाद्य उद्यमिता को मिला नया आयाम: निफ्टम की कार्यशाला ने खोले स्वरोजगार के द्वार

November 26, 2024 Off By Samdarshi News

जशपुर, 26 नवम्बर 2024/ हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली स्थित राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान और शासकीय राम भजन राय एन.ई.एस स्नातकोत्तर महाविद्यालय जशपुर के अर्थशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मूल्य संवर्धित खाद्य उत्पादों के उत्पादन और खाद्य क्षेत्र में उद्यमिता विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

प्रो. प्रसन्ना कुमार के मार्गदर्शन में निफ्टम के दस बी.टेक. छात्र विलेज अडॉप्शन प्रोग्राम के तहत जशपुर जिले के 9 दिवसीय दौरे पर हैं। टीम खाद्य प्रसंस्करण तकनीकों के प्रसार, पैकेजिंग, लेबलिंग, खाद्य विनियमन और व्यवसाय विकास के माध्यम से खाद्य क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा दे रही है। कार्यशाला में विशेषज्ञ डॉ. प्रसन्ना कुमार ने छात्रों से राज्य की विभिन्न बागवानी और कृषि फसलों का उपयोग करके मूल्य संवर्धित उत्पाद तैयार करने के तरीके को उन्नत करने, तैयारी में स्वच्छता और गुणवत्ता को लागू करने, आकर्षक लेबलिंग के साथ उचित पैकेजिंग करने और उत्पाद को अन्य खाद्य व्यवसायों या सीधे ग्राहकों को बेचने का आह्वान किया। समय के साथ, खाद्य उत्पादों के निर्माण, भंडारण, परिवहन या वितरण के लिए एफएसएसआईए प्रमाणीकरण लेना होगा। उन्होंने कहा, जशपुर में कुछ एफपीओ और एनजीओ ने मिलेट्स, महुआ, काजू आदि से मूल्यवर्धित उत्पादों के उत्पादन में स्वयं सहायता समूहों का समर्थन किया है।

निफ्टम के पास खाद्य क्षेत्र में उद्यमिता को प्रोत्साहित करने का अधिदेश है, और संस्थान खाद्य उद्यमी बनने के इच्छुक लोगों की तकनीकी मदद के लिए तैयार है। निफ्टम ने पहले जशपुर के स्व सहायता समूह को अपनी खाद्य प्रसंस्करण क्षमताओं का प्रदर्शन करने, सहयोग करने और प्रतिष्ठित सम्मेलनों और वर्ल्ड फूड इंडिया जैसे मेगा फूड इवेंट्स में खाद्य व्यवसायों से जुड़ने के लिए मंच प्रदान किया है।

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. उमा निर्मला लकड़ा ने अपने उदबोधन में खाद्य उद्यमिता आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है और यह कार्यशाला महाविद्यालय के विधार्थियों के स्वरोजगार और कुशलता विकास में मील का पत्थर साबित होगा। अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमरेन्द्र ने कार्यक्रम का आयोजन का उद्देश्य और महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए नयी शिक्षा नीति के अनुरूप मूल संवर्धन और रोजगार परक विभिन्न व्यवसाय मॉडल जैसे कि लघु-स्तरीय, सदस्यता सेवाएं, स्केलेबल स्टार्टअप और विस्तृत उद्यम, महत्वाकांक्षी उद्यमियों को अपना उद्यम शुरू करने के लिए कई विकल्प प्रदान करते हैं, जो कि सतत विकास के लक्ष्यों के पूरा करने, वित्तीय समावेशन तथा सहभागिता को साकार करने में सहायता प्रदान करेगी।

कार्यशाला में स्नातकोत्तर छात्र छात्राएं उपस्थित रहें। कार्यक्रम में श्रीमती सरिता निकुंज,सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र, कु.आयलिन एक्का, सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र एवं अतिथि विद्वान बोध प्रकाश राठौर अर्थशास्त्र शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र विभाग के अतिथि विद्वान श्री बोध प्रकाश राठौर ने किया।