जशपुर पुलिस की बड़ी कार्यवाही : विधवा से दुष्कर्म कर गर्भपात कराने के आरोपी को झारसुगुड़ा से किया गिरफ्तार… भेजा गया जेल.
December 2, 2024दुष्कर्म के फरार आरोपी सूरज चौधरी को जशपुर पुलिस ने झारसुगुड़ा से लाया पकड़ कर.
दुष्कर्म करने से विवाहिता हो गई थी गर्भवती, आरोपी ने दवाई खिलाकर करा दिया था गर्भपात,
आरोपी सूरज चौधरी उम्र 27 साल के विरुद्ध थाना फरसाबहार में अपराध क्रमांक 67/2024 धारा 450, 376, 376(2)(N), 313 भा.द.वि. का अपराध है दर्ज.
जशपुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि थाना फरसाबहार क्षेत्र के एक ग्राम कि प्रार्थिया उम्र 37 साल ने दिनांक 25 नवंबर 2024 को थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके पति जब जिंदा थे, उस समय उसके पति से पड़ोस गांव के रहने वाले सूरज चौधरी की अच्छी दोस्ती थी, हमेशा इसके घर आना-जाना करता रहता था। इसके पति की 01 मार्च 2023 को मृत्यु हो गयी, पति की मृत्यु होने के बाद सूरज चौधरी आना-जाना करता रहता था। दिनांक 25 मार्च 2024 को 02:00 बजे दिन में इसके घर सूरज चौधरी आया, इसके सास-ससुर घर में नहीं थे, बेटी भी अपनी सहेली के पास गई थी, इसका 13 वर्ष का लड़का विकलांग है, बोल चाल नहीं कर पाता है घर में था। यह अकेली अपने रूम में बैठी थी, सूरज चौधरी अकेली देखकर झांसा देकर दुष्कर्म किया। दुष्कर्म करने के बाद बोला तुमसे शादी कर पत्नी बनाकर रखूंगा एवं बच्चे को भी अपना लूँगा बोल कर रात में साथ में रुका इस दौरान भी दुष्कर्म किया।
इसके बाद सूरज चौधरी के द्वारा बीच-बीच में लगातार दुष्कर्म करने से प्रार्थिया गर्भवती हो गई, इसकी जानकारी सूरज चौधरी को देने पर वह मेडिकल दुकान से दवाई लाकर प्रार्थिया को खिला दिया, जिससे उसका गर्भपात हो गया। सूरज चौधरी गर्भपात होने के बाद भी दिनांक 15 अगस्त 2024 को जबरन दुष्कर्म किया है। उक्त रिपोर्ट पर आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचनाक्रम में पीड़िता का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है एवं प्रकरण के आरोपी घटना घटित कर गिरफ्तारी की डर से फरार था।
आरोपी की पतासाजी हेतु पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में थाना प्रभारी फरसाबहार उप निरीक्षक विवेक भगत के नेतृत्व में टीम गठित किया गया था एवं साइबर सेल को सम्मिलित किया गया था। प्रकरण के आरोपी सूरज चौधरी का मुखबिर एवं सायबर सेल से लोकेशन के आधार पर झारसुगड़ा (उड़ीसा) में पता चलने पर तत्काल टीम जाकर दबिश देकर उसे अभिरक्षा में लेकर आई। आरोपी को घटना के संबंध में बारिकी से पूछताछ करने पर घटना घटित करना जुर्म स्वीकार करने पर दिनांक 02 दिसंबर 2024 को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
इस प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी फरसाबहार उपनिरीक्षक विवेक कुमार भगत, सुरजन राम पोर्ते, आरक्षक 545 निरज तिर्की, आरक्षक 227 सुभाषचन्द्र बोस एवं महिला आरक्षक 777 पुष्पा पैंकरा, महिला आरक्षक 724 बिरजिनिया टोप्पो का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।