सरकार धान खरीदी से बचने मिलर्स को भड़का कर आंदोलन करवा रही, कस्टम मिलिंग की दर को कम करना मिलर्स के साथ अन्याय – धनंजय सिंह ठाकुर

सरकार धान खरीदी से बचने मिलर्स को भड़का कर आंदोलन करवा रही, कस्टम मिलिंग की दर को कम करना मिलर्स के साथ अन्याय – धनंजय सिंह ठाकुर

December 15, 2024 Off By Samdarshi News

रायपुर /15 दिसंबर 2024/ प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मिलर्स  की मांग जायज है सरकार को तत्काल उसे पूरा करना चाहिए लेकिन सरकार धान खरीदी से बचने के लिए मिलर्स कि समस्याओं को अनसुना कर मिलर्स को भड़काकर आंदोलन करवा रही है ताकि धान खरीदी प्रभावित हो। 14 नवंबर को धान खरीदी शुरू हुई उस दिन से लेकर आज तक किसान टोकन, बारदाना की कमी,धान तौलाई में गड़बड़ी और प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने के साथ एक मुश्त 3100 रु प्रति क्विंटल  की दर से भुगतान की मांग को लेकर कई बार आंदोलन कर चुके हैं विपक्ष लगातार धान खरीदी में अव्यवस्था को सुधारने की मांग कर रहा है। इसके बावजूद सरकार हठधर्मिता अपनाई हुई है रोज नए-नए समस्या उत्पन्न करके धान खरीदी में बाधा उत्पन्न कर रही है।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान कस्टम मिलिंग के लिए 120 रुपए की दर से भुगतान होता रहा है भाजपा की सरकार ने उस दर में 35% की कटौती कर दी है जबकि डीजल के दाम बढ़े है बिजली बिल में 17 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है और ट्रांसपोर्टिंग चार्ज, मजदूरी के दर में बढ़ोतरी हुई है ऐसे में मिलर्स घाटा में कस्टम मिलिंग कैसे करेंगे? सरकार अपने फायदे के लिए दामों में तो वृद्धि करती है पर जब आम लोगों को भुगतान करना होता है तो पूर्व निर्धारित दरों में कटौती करती है यह सरासर अन्याय है और यह एक प्रकार से षड्यंत्र है सरकार की क्षमता नहीं है कि वह वादा अनुसार किसानों से धान की खरीदी कर सके।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा का दावा था कि डबल इंजन की सरकार बनने के बाद किसी प्रकार से आर्थिक समस्या नहीं होगी और 1 साल में ही प्रदेश में ढेर सारी समस्याएं व्याप्त हो गई है सरकार कर्ज के ऊपर कर्ज ले रही है जनता पर महंगाई का बोझ लाद रही है और किसानों को धोखा दे रही है डबल इंजन सरकार में जो आर्थिक संसाधन मजबूती से मिलने का जो वादा था वह 12 महीने में दिखा नहीं है भाजपा के सारे दावे हवा हवाई साबित हुए।