जशपुर जिले में कृषक समुदाय के आय में बढ़ोत्तरी हेतु एफपीओ का किया जा रहा गठन

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर., कृषक समुदाय के आय में बढ़ोत्तरी, उन्हें जीवंत, स्थायी आय उन्मुख खेती प्रदान करके, उनका  समग्र सामाजिक, आर्थिक विकास हेतु पुरे देश में भारत सरकार द्वारा 10000 एफपीओ का गठन एवं क्रियान्वयन का लक्ष्य रखा गया है।

कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार उक्त योजना के अंतर्गत जशपुर जिले के 5 विकासखण्ड जशपुर, मनोरा, दुलदुला, बगीचा एवं फरसाबहार में 5 किसान उत्पादक कम्पनी का गठन कर कंपनी एक्ट में पंजीयन किया गया है। सभी पांच फार्मर्स कंपनी का क्षेत्रवार अधिकतम उत्पादन के आधार पर उत्पाद तय किया गया है। जिसके व्यापार पर मुख्य फोकस रहेगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत जशपुर विकसखंड के बाकीनदी एग्रोफेड फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का मुख्य लक्ष्य आम, लीची, नाशपाती जैसे फलो के उत्पादन के साथ-साथ अन्य कृषि उत्पाद का मार्केटिंग करना रहेगा। इसी प्रकार मनोरा विकासखण्ड के लावानदी एग्रोफेड फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का मुख्य फसल के रूप में सुगन्धित जीरा फूल चावल, कोदो कुटकी, आलू एवं अन्य कृषि सहित उद्यानिकी फसल का निर्धारण किया गया है। दुलदुला के श्रीनदी एग्रोफेड फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के मुख्य उत्पाद के रूप में कटहल, आम, काजू ईमली, उद्यानिकी एवं कृषि फसल का चयन किया गया है। बगीचा के ईबनदी एग्रोफेड फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के लिए मुख्य रूप से मिर्च,नाशपाती, सब्जी वर्गीय फसल सुगन्धित चावल, कोदो कुटकी, टाऊ एवं कृषि सहित उद्यानिकी सम्बंधित फसल का चयन किया गया है। तथा फरसाबहार के सोनाजोरी एग्रोफेड फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड  के माध्यम से टमाटर, दलहन फसल एवं अन्य उद्यानिकी एवं कृषि फसल का सब्जी का व्यापार किया जायेगा। साथ ही सभी एफपीसी में स्वयं का कृषि इनपुट सेंटर की स्थापना की जाएगी, जिससे कि किसानों को कम दाम में खाद, बीज, दवा एवं सम्बंधित कृषि उपकरण उपलब्ध कराने में मदद प्रदान किया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि एफपीओ लघु व सीमांत किसानों का एक समूह होगा, जिससे उससे जुड़े किसानों को न सिर्फ अपनी उपज का बाजार मिलेगा बल्कि खाद, बीज, दवाईयों और कृषि उपकरण आदि खरीदना आसान होगा। साथ ही सेवाएं सस्ती मिलेंगी और बिचौलियों के मकड़जाल से किसानों को मुक्ति मिलेगी। अकेला किसान अपनी पैदावार बेचने जाता है, तो उसका मुनाफा बिचौलियों को मिलता है। एफपीओ सिस्टम में  बिचौलिए नहीं होने के कारण किसान को उसके उत्पाद के भाव अच्छे मिलते हैं, छोटे और सीमांत किसानों के समूह के पास फसलों की बिक्री के लिए मोलभाव की ताकत मिलेगी और इससे किसानों की सामूहिक शक्ति बढ़ेगी।

राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा जशपुर जिले के सभी किसानो से एफपीसी से अधिक से अधिक संख्या में जुड़ने हेतु निरंतर अपील किया जा रहा है। जिससे जिले के किसानो की आय दोगुनी होने की दिशा में गति मिल सके।  एफपीसी से जुड़ने के बाद छोटे, सीमांत और भूमिहीन किसानों को मदद मिलेगी। किसान  एफपीसी के सदस्य संगठन के तहत अपनी गतिविधियों का प्रबंधन कर सकेंगे जिससे उनका प्रौद्योगिकी, निवेश, वित्त व बाजार तक  बेहतर पहुंच हो सके और उनकी आजीविका तेजी से बढ़ सके। योजना के तहत बने संगठनों से जुड़े किसानों को अपनी उपज के लिए बाजार मिलेगा, उनके लिए खाद, बीज, दवाई एवं कृषि उपकरण जैसा जरूरी सामान खरीदना बेहद आसान होगा साथ ही  किसानो को  बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी एवं किसानों को अपनी फसल के लिए अच्छा दाम  मिलेगा।

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