जशपुर: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े से मुलाकात कर उठाईं प्रमुख मांगें, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने बुढ़ापे की सुरक्षा, मानदेय वृद्धि और अन्य समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा
December 25, 2024जशपुर : छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ पंजी.409 के पदाधिकारियों और सदस्यों ने महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े से मुलाकात कर विभिन्न मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्रीमती कविता यादव के नेतृत्व पर सूरजपुर में मंत्री राजवाड़े के बंगले पर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने उक्त मांगों को समय पर पूरा करने मंत्री से आग्रह किया हुआ।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के सभी समस्याओं को गंभीरता से सुन जल्द अमल करने का आश्वासन दिया है।
ज्ञात हो कि जिलाध्यक्ष श्रीमती कविता यादव के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ का प्रतिनिधिमंडल मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े से मिलने उनके गृह निवास सूरजपुर पहुंचा।पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में कविता यादव,रोपनी भगत,प्रभा यादव,जगमनिया और बनेश्वरी प्रधान शामिल रहे।जिनके द्वारा मंत्री श्रीमती राजवाड़े को विभिन्न समस्याओं और मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया।यहां जिलाध्यक्ष श्रीमती कविता यादव ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि इस वक्त प्रदेश के एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका बहनो को मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े से सहित मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से काफी उम्मीदें है।इस वक्त कुछ प्रमुख मूलभूत समस्याओ की तरफ ध्यानाकर्षण करते हुवे शीघ्र पूरा करने का आग्रह प्रदेश भर की आपकी बहने आप से करती है,जो निम्नानुसार है।
1- विभाग में अल्प मानदेय में 30-35 वर्ष की सेवाएं करने के बाद सेवा निवृत्त होने पर बुढ़ापे के शेष जीवन यापन के लिये कोई भी राशि सामाजिक सुरक्षा के रूप में नहीं मिल रही है जबकी इस समय जीवन यापन के लिये राशि की ज्यादा जरूरत होती है।पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के मुख्यमंत्रीत्व काल में कुछ राहत दी गई जिसमें कार्यकर्ता को 50 हजार और सहायिका को 25 हजार सेवा निवृत्ति पर एक मुस्त राशि स्वीकृत किया गया,आज के महगाई के दौर में यह राशि बहुत ही कम है। यह अत्यन्त संवेदनशिल विषय है।सामाजिक सुरक्षा के रूप बुढापे के जीवन यापन के लिये अन्य कर्मचारियो की तरह आंगनबाड़ी कार्यकती की सेवा निवृत्ति पर एक मुस्त ग्रेज्युवेटी राशि 8 लाख और मासिक पेशन 8 हजार तथा सहायिकाओं को 5 लाख एवं 5 हजार मासिक पेंशन स्वीकृत करने की कृपा करें। सरकार यदि चाहे तो अंशदायी पेशन योजना भी लागू कर सकती इसके लिये जो भी राशि निर्धारित करेगी हम सब इसके लिये भी पूर्ण सहमत है।
2-सहायिकाओं को वर्तमान में राज्य और केन्द्र सरकार दोनों से मिलाकर मात्र 5000/- मानदेय प्राप्त हो रहा है जो कि इस मंहगाई के दौर में बहुत कम है। इसको भी कार्यकर्ता के मानदेय के 85 प्रतिशत राशि की वृद्धि कराने की कृपा करेगे।हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास भी है कि हमें जीने लायक वेतन,पेशन,ग्रेज्यूटी,बीमा का उपहार देकर हम बहनों को नया जीवन देगें।