सत्ता के लिए सिद्धांतों और राजनीतिक मूल्यों के साथ अटल जी ने कभी नहीं किया समझौता : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

सत्ता के लिए सिद्धांतों और राजनीतिक मूल्यों के साथ अटल जी ने कभी नहीं किया समझौता : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

December 26, 2024 Off By Samdarshi News

रायपुर : देश में सुशासन की कल्पना को चरितार्थ करने वाले, असंख्य भारतवासियों के प्रेरणास्रोत, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी पर बुधवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर स्थित भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर अटलजी के जीवन का परिचय कराती चित्र प्रदर्शनी भी रखी गई। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कार्यालय परिसर में नवनिर्मित स्मृति मंदिर में स्थापित अटलजी के साथ ही भारतीय जनसंघ (अब भाजपा) के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय, कुशाभाऊ ठाकरे और विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के साथ श्री साय ने अटल जी के जीवन मूल्यों और उनकी उपलब्धियों पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मौके पर अटलजी की जन्म शताब्दी और सुशासन दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह उनका परम सौभाग्य रहा कि अटल जी के प्रधानमंत्रित्व काल में उनके सान्निध्य में सांसद के तौर पर कार्य करने का अवसर मिला। अटल जी हमारे छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता हैं, सच्चे अर्थों में भारत रत्न’ हैं। भाजपा के संस्थापक अध्यक्ष रहे अटल जी एक कुशल राजनेता थे, एक संवेदनशील कवि, पत्रकार और साहित्यकार थे, प्रखर वक्ता थे। उनकी भाषा शैली ऐसी थी कि सब लोग मंत्रमुग्ध होकर उनका भाषण सुनते थे। श्री साय ने कहा कि सत्ता की राजनीति के लिए सिद्धांतों और राजनीतिक मूल्यों के साथ अटल जी ने कभी कोई समझौता नहीं किया। 1996 में पहली बार प्रधानमंत्री बने अटलजी ने तब भी विश्वास मत के प्रस्ताव पर चली चर्चा का उत्तर देते हुए अनैतिक तरीकों से मिली सत्ता को चिमटे से भी नहीं छूने का संकल्प व्यक्त किया था और उस पर वे अडिग रहे। दूसरे कार्यकाल में एक वोट से उनकी सरकार गिर गई पर उन्होंने सिद्धांत पर चलते हुए राजनीति की। इसके बाद तीसरी बार पूरे देश में सुशासन स्थापित करने वाले अटल जी ने एक मजबूत सरकार चलाई। अटल जी ने इस देश के गाँवों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से जोड़कर गाँव के विकास की शुरुआत की। किसान क्रेडिट कार्ड की शुरुआत भी अटल जी की सरकार ने की। पहली बार भारत सरकार में आदिम जाति कल्याण मंत्रालय का गठन किया ताकि देश की आदिवासियों का समुचित विकास हो। भव्य भारत के निर्माण के उनके सपनों को हम साकार करने के लिए हम संकल्पित हों, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने अटल जी की सरकार में अपने मंत्री के तौर पर कार्यकाल का स्मरण करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत अटल जी के साथ हुई। आज के शुभ अवसर पर हम सब अटल जी को देश में सुशासन स्थापित करने में उनके योगदान के लिए याद कर रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने अभी हाल ही में दूसरे साल में प्रवेश किया है। हमको मुख्यमंत्री जी को यह विश्वास दिलाना चाहिए कि आप सुशासन की राह पर चल रहे हैं और हम सब आपके साथ हैं। अटल जी के बताए मार्ग पर चलते जाइए, यही सुशासन दिवस का संकल्प है।

कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री भरतलाल वर्मा और आभार प्रदर्शन विकास महतो ने किया। इस दौरान मंच पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल, पूर्व संगठन महामंत्री राम प्रताप सिंह, रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत, रायपुर ग्रामीण के विधायक मोतीलाल साहू, भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल सहित काफी संख्या में जनप्रतिनिधि, भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

कार्यक्रम के पश्चात पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया और उनके सपनों के आधार पर छत्तीसगढ़ का तेजी से विकास हो रहा है। अटल जी की जयंती पर प्रदेश के सभी नगरीय निकायों नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों मे अटल परिसर का भूमिपूजन किया गया।

अटल जी की जन्म शताब्दी के मौके पर शाम को भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक सौवीं जयंती पर एक सौ दीप प्रज्ज्वलित कर उत्सव मनाया गया। प्रदेश अध्यक्ष किरणसिंह देव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जम्वाल, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय और स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल की मौजूदगी में अटलजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीपोत्सव के बाद जोरदार आतिशबाजी की गई।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री देव ने इस अवसर पर कहा कि हम सबके प्रेरणा स्रोत भारत रत्न अटल जी भारतीय राजनीति के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक थे। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जैसे पोखरण-2 परमाणु परीक्षण, राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण और देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं भी शुरू की गईं। अटल जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत ने कई क्षेत्रों में प्रगति की और उनकी नीतियों को आज भी सराहा जाता है। अपने प्रधानमंत्रित्व काल में अटल जी ने यह साबित किया कि देश में गठबंधन सरकारों को भी सफलता से चलाया जा सकता है। श्री देव ने कहा कि अटल जी भारतीय राजनीति के एकमात्र नेता थे, जिन्होंने न केवल विपक्ष में, बल्कि सत्ता में भी अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई थी। अटल जी जी ने अपनी राजनीति में हमेशा लोकतंत्र और समाजवाद के मूल्यों को सर्वोपरि माना। अटल जी ने न केवल भारतीय राजनीति को नया दिशा दी, बल्कि भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं में भी सुधार लाने के प्रयास किए। उनका जीवन प्रेरणा का स्रोत है, जो हमें अपने कर्तव्यों के प्रति सच्ची निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण का पाठ पढ़ाता है।