रायगढ़ जेल कॉम्प्लेक्स में महिला की हत्या कि गुत्थी सुलझी : आरोपी भिक्षुक ‘चितकबरा बाबा’ गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया जेल.
January 3, 2025अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का अपराध 01/2025 धारा 103(1) BNS दर्ज कर जूटमिल पुलिस कर रही थी जाँच.
रायगढ़ : जेल कॉम्प्लेक्स रायगढ़ में महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मात्र 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मृतिका डिलेश्वरी महंत (35) जो भिक्षा मांगकर जीवन यापन करती थी, का शव 02 जनवरी 2025 को जेल कॉम्प्लेक्स की गैलरी में पाया गया था।
कल दोपहर जूटमिल पुलिस को जेल काम्पलेक्स में महिला का शव पड़े होने की सूचना मिली। तत्काल डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय, निरीक्षक मोहन भारद्वाज के साथ जूटमिल व साइबर सेल की टीम मौके पर पहुंची। मृतिका के भाई नरेंद्र दास ने पुलिस को बताया कि डिलेश्वरी महंत, जिनके पति की मृत्यु एक साल पहले हो चुकी है, उसके मृत्यु के बाद से डिलेश्वरी अपने ससुराल से रहती थी और पिछले कुछ समय से भीख माँगकर अपना जीवन यापन कर रही थी। डिलेश्वरी की हत्या की सूचना पाकर जेल कम्प्लेक्स में जाकर देखा जहाँ प्रथम तल के गैलरी में दुकान नंबर 04 के सामने बहन की लाश पड़ी थी, सिर, चेहरा, नाक, मुँह में चोट था। जूटमिल पुलिस ने मर्ग कायम कर पंचानामा कार्यवाही कर अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का अपराध 01/2025 धारा 103(1) BNS कायम किया गया।
पुलिस की त्वरित कार्यवाही –
एसपी दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन पर डीएसपी अभिनव उपाध्याय के सुपरविजन में जांच टीम प्रभारी निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने आरोपी का सुराग जुटाने के लिए मृतिका के जान-पहचान वालों से पूछताछ की। एक गवाह ने बताया कि मृतिका को एक भिक्षुक, जिसे ‘चितकबरा बाबा’ के नाम से जाना जाता है, के साथ देखा गया था। चितकबरा बाबा मौके से फरार था। तत्काल पुलिस टीम संदेही की पतासाजी में जुट गई। संदेही के भिच्छुक प्रवृत्ति की जानकारी पर पुलिस ने रेल्वे स्टेशन पर जाकर ऐसे लोगों से पूछताछ किया जिसमें उसके नया शनि मंदिर के पास होने की जानकारी मिली। तत्काल पुलिस टीम नया शनि मंदिर पहुंचकर संदेही मनकूराम भोय उर्फ चितकबरा बाबा को हिरासत में ली, जिससे कड़ी पूछताछ करने पर डिलेश्वरी महंत की हत्या करना स्वीकार कर घटना का वृतांत बताया।
आरोपी मनकूराम भोय उर्फ चितकबरा बाबा पिता टेटकूराम 54 वर्ष, निवासी ग्राम जमीरगीडी धरमजयगढ़ जिला रायगढ़ ने बताया कि करीब 15 वर्ष पूर्व पत्नी की मृत्यु के बाद से पूजा-पाठ एवं भीख मांग कर जीवन यापन करते आ रहा है। करीब 06 माह पूर्व रायगढ़ आकर भीख मांगकर जीवन यापन कर रहा था। इसी दौरान रायगढ़ रेल्वे स्टेशन के पास भीक्षा मांगने वाली डिलेश्वरी महंत से जान परिचय हुआ, दोनों अलग-अलग भीक्षा मांगकर कर आते थे और पति-पत्नी की तरह रायगढ़ रेल्वे स्टेशन के पास रहते थे। कुछ दिन पहले डिलेश्वरी वहां से चली आई थी, बाद में पता चला कि डिलेश्वरी जेल काम्प्लेक्स के उपर गैलरी में किसी अन्य व्यक्ति के साथ रहती है। जिसे कई बार साथ चलने के लिए बोला पर जाने से इंकार करती थी। दिनांक 02 जनवरी 2025 को पूरा सोच विचार कर जेल काम्प्लेक्स गया और डिलेश्वरी को साथ चलने बोला जो साथ जाने से मना कर दी, जिस बात को लेकर दोनों के बीच लड़ाई झगड़ा गाली-गलौज हुआ। तब डिलेश्वरी को एक झापड़ मारा तो डिलेश्वरी मुंह के बल गैलरी में गिर गई, जिससे उसके सिर चेहरे में चोट आया काफी खून बह रहा था। डिलेश्वरी आसपास के लोगों को आवाज लगा देने लगी, जिससे डर गया और फंस जाऊंगा सोच कर डिलेश्वरी के गले में रखे हुए गमछे से उसके गले में लपेट कर दोनों हाथ से ताकत से खींच दिया, जिससे डिलेश्वरी की मृत्यु हो गई, तब वहां से भाग गया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर गमछा और आरोपी के घटना समय पहने उसके जैकेट की जप्ती की है। आरोपी को आज हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।
एसपी श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के मार्गदर्शन व डीएसपी अभिनव उपाध्याय के सुपरविजन में तत्काल कार्यवाही कर अज्ञात आरोपी का पता लगाने व गिरफ्तारी में निरीक्षक मोहन भारद्वाज, प्रधान आरक्षक सतीश पाठक, प्रधान आरक्षक खीरेन्द्र जलतारे, प्रधान आरक्षक कृष्ण कुमार गुप्ता, आरक्षक सुशील यादव, आरक्षक परमानंद पटेल, आरक्षक लखेश्वर पुरसेठ, आरक्षक शशिभूषण साहू की महत्वपूर्ण भूमिका एवं साइबर सेल की टीम का विशेष योगदान रहा है।