
सिटी कोतवाली पुलिस की बड़ी कार्यवाही : नौकरी का झांसा देकर 3.5 लाख हड़पने वाली महिला दो साल बाद पुलिस के शिकंजे में, फरार ठग महिला रायपुर से गिरफ्तार, भेजी गई न्यायिक अभिरक्षा में.
March 10, 2025लगातार ठिकाने बदलकर छुप रही थी ठग महिला, पुलिस ने रायपुर से धर दबोचा.
आरोपिया वर्ष 2023 मे नौकरी लगाने के नाम पर 350000/- रूपये की ठगी कर हो गई थी फरार,
नाम आरोपिया :- (1)श्रीमती सविता प्रजापति पति स्व. मनोज प्रजापति उम्र 48 वर्ष निवासी कुम्हारपारा करबला रोड पीपल झाड के पास कोतवाली हा.मु.-किराये का मकान पचपेंडी नाका के पास सर्वोदय नगर रायपुर छ.ग.
गिरफ्तारी दिनांक – 09 मार्च 2025.
बिलासपुर. 10 मार्च 2025 : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 19 मई 2023 को प्रार्थिया ममता लांझेकर पति राजेन्द्र अहिरवार निवासी कुम्हारपारा करबला रोड बिलासपुर ने रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि वर्ष 2021-2022 में आरोपिया द्वारा प्रार्थिया की पुत्री को जल संसाधन में नौकरी लगाने के नाम पर आरोपिया सविता प्रजापति द्वारा प्रार्थिया से 3,50,000/- रूपये की धोखाधडी की गई है। प्रार्थिया की लिखित शिकायत आवेदन पर थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक – 250/23 धारा 420 भादवि के प्रकरण दर्ज कर आरोपिया की लगातार पतासाजी की जा रही थी।
प्रकरण की फरार आरोपिया की लगातार पतासाजी की जा रही थी, प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेन्द्र जायसवाल एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्री अक्षय प्रमोद साबद्रा (भा.पु.से.) के द्वारा प्रकरण में टीम बनाकर आरोपिया की पतासाजी कर गिरफ्तारी करने के निर्देश पर थाना कोतवाली द्वारा टीम बनाकर आरोपिया की पतासाजी की जा रही थी। आरोपिया घटना के बाद से बिलासपुर स्थित अपने पैतृक मकान को बिक्री कर फरार हो गई थी, जो ठिकाना बदल-बदल कर रह रही थी। विवेचना के दौरान मुखबीर की सूचना के आधार पर सर्वोदय नगर पचपेंडी नाका रायपुर में दबिश देकर आरोपिया को हिरासत में लेकर पूछ-ताछ करने पर आरोपिया द्वारा जुर्म स्वीकार किये जाने पर आरोपिया को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया है।
इस प्रकरण की कार्यवाही पर थाना प्रभारी निरीक्षक विवेक कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक बसंत साहू, आरक्षक नुरूल कादीर, महिल आरक्षक प्रेम कुमारी कुजूर का विशेष योगदान रहा है।