
सफलता की कहानी : चिरायु योजना से गरीब पिता की चिंता बदली खुशी में, दिल में था छेद, जिंदगी थी अधूरी, चिरायु योजना ने पहाड़ी कोरवा अंजली को दिया नया जीवन.
March 22, 2025पहाड़ी कोरवा अंजली के दिल की बीमारी को मिला चिरायु का वरदान
चिरायु योजना से दिल की बीमारी का हुआ निःशुल्क सफल ऑपरेशन
जशपुर. 22 मार्च 2025 : जशपुर जिले के मनोरा विकासखण्ड के जंगलों के बीच बसे एक छोटे से ग्राम सोनक्यारी में पहाड़ी कोरवा परिवार में जन्मी अंजली बाई बचपन से अपने परिवार की लाडली थी। तीन भाइयों में इकलौती बहन होने से उसे घर में सभी को वह बहुत प्यारी थी। समय के साथ जैसे जैसे बड़ी हुई उसका स्वास्थ्य लगातार खराब रहने लगा। आस पास छोटे छोटे काम कर घर का गुजारा चलाने वाले पिता नान्हू राम को समझ ही नहीं आ रहा था वह क्या करे।
उन्होंने मनोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराई जहां डॉक्टरों ने जिला अस्पताल में इलाज करवाने को कहा। उसी बीच चिरायु के दल ने अंजली की जांच की जिसमें उन्हें दिल में कुछ समस्या जान पड़ी, उन्होंने पुष्टि करने के लिए अंजली की जिला अस्पताल में जांच कराई। जहां कुछ जांचों के बाद पता चला कि अंजली के दिल में छेद की समस्या है। यह जानकर अंजली के पिता को डर लगने लगा कि वे अपनी नन्ही परी को खो ना दें। ईलाज का खर्च वह कैसे कर पाएंगे। इन सवालों के बीच चिकित्सकों ने बताया कि चिरायु योजना से अंजली का ना सिर्फ निःशुल्क उपचार होगा बल्कि उन्हें लाने ले जाने का खर्च भी शासन द्वारा वहन किया जाएगा। यह जानकर नान्हू राम को थोड़ा सहारा मिला, पर बेटी के स्वास्थ्य के लिए अभी भी चिंता बनी हुई थी।
नान्हू ने बताया कि चिरायु के अधिकारियों ने उनसे संपर्क बनाकर रायपुर के एक बड़े निजी संस्थान में ले कर जहां अंजली का उपचार किया गया। चिकित्सकों ने जब सफल ऑपरेशन कर हमें बताया कि अंजली ठीक हो गयी हमें बहुत अच्छा लगा हमारी बेटी की जान बचाने के लिए हम दिल से चिरायु के चिकित्सकों और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का धन्यवाद देते हैं। अंजली अब स्वस्थ रहती है खूब खेलती भी है। पहले तो उसका चलना फिरना तक बंद हो गया था। अब पूरे घर में उसकी हंसी गूंजती रहती है। चिरायु योजना हमारे लिए वरदान बन कर हमारी जिंदगी में आई है।