
देशभर में फैले धोखाधड़ी के जाल का पर्दाफाश : 70,000 करोड़ का घोटाला, PACL कंपनी के दो फरार डायरेक्टर गिरफ्तार, करोड़ों निवेशकों के साथ धोखाधड़ी का बड़ा खुलासा, सात साल बाद गिरफ्त में आए चिटफंड घोटाले के मास्टरमाइंड.
March 25, 2025आरोपियों के विरूद्ध पुरे भारत के अलग-अलग जगहों पर है धोखाधड़ी के कई अपराध पंजीबद्ध.
सात वर्षों से चिटफण्ड के फरार आरोपी दो डायरेक्टरों को रतनपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार, दिल्ली व पंजाब के रहने वाले हैं आरोपी.
आरोपियों के अन्य सार्थियों को पूर्व में किया जा चुका है गिरफ्तार.
गिरफ्तार आरोपी – 1.गुरमित सिंह पिता स्व. कुलवंत सिंह उम्र 60 वर्ष निवासी मौर्या इन्क्लेव प्रीतमपुरा थाना मौर्या इन्क्लेव जिला दिल्ली नार्थ वेस्ट दिल्ली. 2.सुब्रतो भट्टाचार्य पिता स्व. विरेश्वर भट्टाचार्य उम्र 64 वर्ष निवासी साउथ सिटी गुरूग्राम थाना सेक्टर 40 गुरूग्राम जिला हरियाणा पंजाब.
बिलासपुर. 25 मार्च 2025 : वर्ष 2018 में थाना रतनपुर में प्रार्थी अनिल मधुकर निवासी खैरखुण्डी के लिखित शिकायत आवेदन पर अनियमित पीएसीएल (PACL) बीमा वित्तीय कपंनी के द्वारा आम जनता/ग्राहकों से 05 वर्षों में रूपये दोगुना करने व अधिक ब्याज देने का प्रलोभन देकर लोगों से रकम निवेश कराकर कुल 1449 निवेशकों से जमा रकम 42,782,451/- कराया गया, जमा रकम वापस नहीं किया गया हैं। प्रार्थी के शिकायत पर पीएसीएल (PACL) बीमा वित्तीय कपंनी के डायरेक्टरों के विरूद्ध धोखाधड़ी करना पाये जाने से थाना रतनपुर में अपराध पजीबद्ध किया गया है।

विवेचना के दौरान अनियमित वित्तीय कपंनी पीएसीएल (PACL) इंडिया लिमिटेड बीमा कंपनी के डायरेक्टर निर्मल सिंह भंगू निवासी मुक्तसर साहिब मुहाली पंजाब, डायरेक्टर त्रिलोचन सिंह उर्फ तरलोचन पिता साधु सिंह उर्फ सिद्धू व अन्य डायरेक्टर अनिल चैधरी लेधा, सिकंदर सिंह ढिल्लन, जोगींदर टायगर को पूर्व में गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया हैं। अन्य फरार आरोपी कम्पनी के डायरेक्टरों की लगातार पतासाजी की जा रही थी।
गुरमित सिंह व सुब्रतो भट्टाचार्य के जिला जेल में होने की सूचना पर आरोपियों को माननीय न्यायालय से अनुमति प्राप्त कर अभिरक्षा में लेकर पुछताछ करने पर आरोपी डायरेक्टरों द्वारा अपने कथन में पुरे भारत के अलग-अलग क्षेत्र के लोगों से पीएसीएल (PACL) कपंनी में लगभग 70,000 करोड़ रूपये जमा होना बताया गया है। उक्त आरोपीगणों के विरूद्ध धोखाधड़ी करना पाये जाने से आरोपीगणों को माननीय न्यायालय बिलासपुर में पेश किया गया है।
इस प्रकरण की कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार चौहान, सहायक उपनिरीक्षक उदयभान सिंह, आरक्षक संजय यादव, आरक्षक विजेन्द्र रात्रे का विशेष योगदान रहा है।