जशपुर कलेक्टर ने चिटफंड के लंबित प्रकरणों का निराकरण गंभीरता से करने के दिए निर्देश, घुमंतू और शाला त्यागी बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडे

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स्कूलों में बच्चों को दी जाने वाली मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखें

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक लेकर अधिकारियों को समय सीमा के लंबित प्रकरणों का निराकरण गंभीरता से करने के लिए निर्देश दिए हैं और निराकृत आवेदनों को विलोपन करवाने के लिए कहा। उन्होंने महिला बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग को घुमंतू  बच्चे और शाला त्यागी बच्चों का चिन्हांकन करके शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने महिला बाल विकास अधिकारी को कहा कि चाईल्ड लाईन टीम के साथ जिले के ऐसे बच्चे जो स्कूल नहीं जा रहे है। उनको अनिवार्य रूप से स्कूल में प्रवेश दिलाए। समीक्षा के दौरान उन्होंने जल-जीवन मिशन चिटफंड के लंबित प्रकरण की भी समीक्षा की और सभी एसडीएम को चिटफंड के तहत् प्राप्त आवेदनों का गंभीरता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि आवेदनों के निराकरण में किसी भी प्रकार की लेट-लतीफ नहीं चलेगी।

कलेक्टर ने लोकसेवा गारंटी अधिनियम सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जल-जीवन मिशन के तहत् चिन्हांकित ग्राम पंचायतों के स्कूल आश्रम छात्रावास, स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी भवनों मंे प्राथमिकता से टेपनल की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों एवं संबंधित अधिकारियांे को कोतबा, लैलूंगा, कुनकुरी से तपकरा तक के सड़क निर्माण कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों में बच्चों को दी जाने वाली मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए है। और कहीं भी गढ़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की बात कही।

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