जशपुर जमीन फर्जी रजिस्ट्री मामला : दलालों के द्वारा जमीन खरीद बिक्री मामले में जिला प्रशासन के सहयोग से चल रहा बड़ा षड्यंत्र..! – गणेश राम भगत

जशपुर जमीन फर्जी रजिस्ट्री मामला : दलालों के द्वारा जमीन खरीद बिक्री मामले में जिला प्रशासन के सहयोग से चल रहा बड़ा षड्यंत्र..! – गणेश राम भगत

February 27, 2022 Off By Samdarshi News

जनजातीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक व पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने कांग्रेस के कद्दावर मंत्री अमरजीत भगत को लिया आड़े हाथों, कहा ज़मीन दलालों को दिया जा रहा संरक्षण

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

जिले में पिछले कई बरसों से जशपुर की बेशकीमती कृषि भूमियों को दलालों के द्वारा  स्टील कंपनी के नाम बेनामी खरीद बिक्री को लेकर राजनीति गर्म हो गई है और इसी बीच ग्राम कामारीमा में मृत व्यक्ति के स्थान पर दूसरे व्यक्ति को खड़ा कर 5 एकड़ बेशकीमती जमीन को कुदरगढ़ी स्टील प्लांट के व्यक्ति के नाम पर खरीदने तथा उक्त रजिस्ट्री में गवाह के रूप में तथा जमीन बिक्री में दलाली करने वाले कांग्रेसी नेता हलीम फिरदौसी और अमरजीत भगत का फोटो हलीम फिरदोसी के द्वारा फेसबुक पर शेयर करने के बाद मामला और गर्म हो चुका है।

पूर्व मंत्री एवं जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत ने प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री एवं मुख्यमंत्री के सिपहसालार अमरजीत भगत पर आरोपों की बौछार करते हुए कहा कि पहले तो अमरजीत भगत स्वयं जशपुर के आदिवासियों की बेशकीमती जमीनों पर अपनी नजर गड़ाए हुए थे और पहाड़ी कोरवाओं की जमीन चोरी छुपे गैर कानूनी रूप से अपने न्यायाधीश पुत्र के नाम पर रजिस्ट्री तक करा चुके लेकिन जनजाति सुरक्षा मंच के आंदोलन के बाद अमरजीत भगत को निर्णय वापस लेना पड़ा।जिसके बाद पहाड़ी कोरवाओं को जमीन वापस तो कर दिया गया लेकिन अब जमीन दलालों के माध्यम से और कुदरगढ़ी स्टील प्लांट कंपनी के साथ मिलकर जशपुर के गरीब किसानों की जीविका का एकमात्र साधन उनकी कृषि भूमियों पर नजर गड़ाए हुए हैं। आए दिन लगातार जशपुर के आदिवासी एवं गैर आदिवासी किसानों की जमीन साथ ही साथ किसानों को सरकार के द्वारा पट्टे में दी गई जमीनों को स्टील प्लांट कंपनी के मालिक और उसके जमीन दलाल हलीम फिरदौसी के साथ मिलकर जमीन को औने पौने दामों पर खरीदा जा रहा है।

श्री भगत ने आरोप लगाते हुए कहा कि लगभग सभी जमीनों की दलाली अमरजीत भगत के सिपहसालार दलालों के द्वारा की गई और कामारीमा में जो शिकायत जमीन दलालों के विरुद्ध की गई है उसमें प्रमुख रूप से कांग्रेसी नेता हलीम फिरदौसी का नाम सामने आया है और इसके प्रमाण भी मिले हैं।

यदि पिछले 3 सालों में जशपुर में जमीन की खरीद-फरोख्त के रजिस्ट्रियों की जांच की जाए तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि लगभग सभी जमीन स्टील प्लांट कंपनी के द्वारा अपने मातहत कर्मचारियों के नाम तथा हलीम फिरदौसी के माध्यम से खरीदी गई है और जमीनों की दलाली करने वाले इस नेता को प्रदेश के मंत्री अमरजीत भगत का वरदहस्त प्राप्त है अमरजीत भगत वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री के काफी करीबी माने जाते हैं और उनके द्वारा जशपुर जिले में जमीन दलालों को संरक्षण देना कहीं ना कहीं इस कार्य में उनकी संलिप्तता को दर्शाती है।

कांग्रेस नेता हलीम फिरदौसी के द्वारा अपने फेसबुक अकाउंट पर अमरजीत भगत के साथ उत्तर प्रदेश चुनाव कार्यक्रम में शामिल होने के चित्र को दिखाते हुए गणेश राम भगत ने कहा कि इससे बड़ा और क्या प्रमाण होगा कि प्रदेश के एक मंत्री के द्वारा ऐसे व्यक्ति को अपने साथ रखा जाता है जिसके ऊपर जमीन दलाली  की शिकायत थाने में दर्ज है और मामला पुलिस के पास विचाराधीन है।उन्होंने कहा कि क्या सरकारी संरक्षण में जशपुर के गरीब किसानों की जमीन ऐसे ही दलालों  के माध्यम से निगलने का षड्यंत्र हो रहा है लेकिन हम इस षड्यंत्र को सफल होने नहीं देंगे।उन्होंने कहा कि सरकार में थोड़ी भी नैतिकता बची है और गरीब किसानों की चिंता है तो पिछले 3 सालों में जिले में हुए सभी रजिस्ट्रियों की जांच कर लें दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा ।उन्होंने कहा कि इस सबन्ध में राष्ट्रीय जनजातिय आयोग को शिकायत की गई है और आयोग ने संज्ञान लेते हुए कलेक्टर और राजस्व सचिव को दिल्ली तलब भी किया है।जल्द ही आयोग की टीम शिकायत की जांच के लिए जशपुर पहुँचने वाली है। यदि गरीबो के जीवन से जुड़े इन मामलों की जिला प्रशासन द्वारा तत्काल जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही नही की जाती है तब मजबूर होकर हम हजारों लोगों के साथ सड़को पर उतर कर सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करेंगे।

आपको बता दें कि फर्जी रजिस्ट्री में मृत व्यक्ति के गवाह के रुप मे कांग्रेसी नेता हलीम फिरदौसी का नाम सामने आया है।कुछ वर्ष पहले हलीम फिरदौसी जोगी कांग्रेस का कार्यकर्ता था और काफी मिन्नतों और जद्दोजहद के बाद उसे कांग्रेस में प्रवेश कराया गया था। इस कांग्रेसी कार्यकर्ता के फर्जीवाड़े के कारण कांग्रेस फिर से सवालों के घेरे में नजर आ रही है।