भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जो दुनिया को महायुद्ध के विनाश से बचा सकता है – अशोक बजाज

February 28, 2022 Off By Samdarshi News

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए तिरंगा बना रक्षा कवच

रवेली,आमदी एवं सिंगारभांठा के नवधा रामायण में बजाज ने कहा राम की भक्ति ही राष्ट्र की शक्ति

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज ने कहा कि भगवान राम की आराधना से व्यक्ति संस्कारवान होता है तथा उसके मन में देश व समाज की सेवा का भाव जागृत होता है। उन्होनें कहा कि राम की भक्ति से राष्ट्र की शक्ति बढ़ती है. उक्त उदगार श्री बजाज ने ग्राम रवेली, आमदी एवं सिंगारभांठा में आयोजित नवधा रामायण के समापन कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि दुनिया इस समय तीसरे विश्व युद्ध की कगार पर खड़ी है, रूस और यूक्रेन में छिड़ा युद्ध व्यापक रूप ले सकता है। सारी दुनिया की निगाह भारत की ओर है क्योंकि भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जो दुनिया को महायुद्ध के विनाश से बचा सकता है। श्री बजाज ने आगे कहा कि भारत का तिरंगा यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए रक्षा कवच का काम कर रहा है यह भारत की शक्ति का परिचायक है जो राम की भक्ति हासिल हुआ है. उन्होंने कहा कि युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं बल्कि अन्यान्य  समस्याओं की जननी है. श्री बजाज ने कहा कि भगवान राम शांति, सद्भाव और भाईचारे के प्रतीक थे उनके जीवन से प्रेरणा लेकर हमें भारत की शक्ति को मजबूत करना है. इस अवसर पर पुरानी बस्ती भाजपा मंडल के अध्यक्ष चूड़ामणि निर्मलकर, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में स्थापित शोध पीठ के पूर्व अध्यक्ष प्रभात मिश्रा, सरपंच चंद्रकांत सोनकर, डॉ. आर के ठाकुर, पूर्व सरपंच लखन निषाद, विकास चंद्राकर, प्रशांत ठाकुर, बहादुर अग्रवाल, कोमल वर्मा, भेनुराम साहू, हरिश चंद्राकर, सरपंच सिंगारभांठा प्रेमिन चंद्राकर, उर्मिला वर्मा, हेमलता चंद्राकर, तुलसीराम पाल, पूर्व सरपंच गिरीश पटेल, आचार्य योगेश शर्मा, चेतन साहू, अनिल जोशी, धनवांराम जांगड़े, रामखुमान साहू, डॉ घनश्याम सिन्हा, गीतेश सेन, रुपेश सिन्हा, कोमल सोनकर, लीलाराम सोनकर, गयाराम सोनकर, गोबिंदराम साहू एवं बालमुकुंद सोनकर सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे. इस अवसर पर श्री बजाज ने समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभाने वाले व्यक्तियों का शाल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।