घोषणा पत्र के वायदे कांग्रेस के लिये पत्थर की लकीर, 17 को खैरागढ़, छुईखदान, गंडई जिला बनेगा – सुशील आनंद शुक्ला
April 2, 2022समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
खैरागढ़ को जिला बनाने के कांग्रेस के वायदे पर भाजपा की तिलमिलाहट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि 15 सालों तक खैरागढ़ को जिला नहीं बनाने वाले कांग्रेस के वायदे और इरादे पर किस नैतिकता से सवाल खड़ा कर रहे। कांग्रेस ने वायदा किया है और हम वायदा करने की स्थिति में है हम जिला बनायेंगे। घोषणा पत्र के वायदे कांग्रेस के लिये पत्थर की लकीर है। 17 को खैरागढ़, छुईखदान, गंडई जिला बनेगा। चुनाव घोषणा पत्र कांग्रेस के लिये पवित्र दस्तावेज है। चुनाव में कांग्रेस पार्टी जनता से जो वायदा करती है उसे पूरा करती है। चुनाव में जनता से वायदा करना हर राजनैतिक दल का लोकतांत्रिक अधिकार है। खैरागढ़ में कांग्रेस ने क्षेत्र के विकास के लिये जनता से वायदा किया है तो भाजपा बतायें उसे खैरागढ़ में कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी करने पर तिलमिला क्यों रही है? जनता कांग्रेस के घोषणा पर भरोसा कर रही है क्योंकि जनता को मालूम है कि कांग्रेस जो कहती है उसे करती है। भाजपा राजनैतिक दल के रूप में खैरागढ़ की जनता से कुछ भी वायदा करने की स्थिति में नहीं है क्योंकि 15 साल तक सरकार में रहने के बाद भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र को जनता से वायदा खिलाफी का दस्तावेज बना रखा था इसलिये भाजपा घोषणा पत्र जारी करने का भी साहस नहीं दिखा पा रही है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस घोषणापत्र को पवित्र ग्रंथ की तरह माथे से लगाकर सारे के सारे वादे पूरे करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है और आधे कार्यकाल में ही नब्बे फीसदी वादे पूरे करके जनता का विश्वास जीता है। अब खैरागढ़ जिला बनने जा रहा है तो भाजपा के रमन सिंह से लेकर विष्णुदेव साय तक इसका विरोध कर रहे हैं। भाजपा का यह विरोध खैरागढ़ की जनता की उम्मीदों का विरोध है। खैरागढ़ की बेहतरी का विरोध है। भाजपा नहीं चाहती कि खैरागढ़ की जनता को राहत मिले। खैरागढ़ जिला बने। खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के हर गांव, कस्बे का विकास हो।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि हर चुनाव में हारते जाने के बाद भी भाजपा जनता के हितों का विरोध करने की राजनीति से बाहर नहीं निकल पा रही है। भाजपा ने सत्ता में रहते हुए जनविरोधी नीतियों को गले लगाया और सत्ता से सड़क पर आ जाने के बाद भी वह जनता की खुशहाली की योजनाओं का विरोध कर रही है। कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार जनता को राहत दे रही है तो भाजपा जनता को आहत कर रही है।