देवव्रत का अपमान और विकास की धारा अवरुद्ध करने वाली कांग्रेस के खिलाफ वोट देगी खैरागढ़ की जनता – बृजमोहन

देवव्रत का अपमान और विकास की धारा अवरुद्ध करने वाली कांग्रेस के खिलाफ वोट देगी खैरागढ़ की जनता – बृजमोहन

April 11, 2022 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को खुद पर रत्ती भर भी भरोसा नहीं है कि वे अपनी दम पर कांग्रेस को खैरागढ़ उपचुनाव में जीत दिला सकते हैं क्योंकि उन्होंने खैरागढ़ के लिए एक धेले का भी काम नहीं किया है। यहां के दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह विकास के लिए तरसते रहे और भूपेश बघेल उनका अपमान करते रहे। खैरागढ़ की जनता देवव्रत का अपमान और विकास की धारा अवरुद्ध करने वाली कांग्रेस के खिलाफ वोट देगी। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेलअब खैरागढ़ की जनता के वोट लूटने के लिए प्रशासन का सहारा ले रहे हैं। भूपेश बघेल ने इस उपचुनाव में सत्ता के दुरुपयोग का नया इतिहास बनाया है। अब तक के तीनों उपचुनाव में सरकारी मसनरी का दुरुपयोग करने वाले भूपेश बघेल ने खैरागढ़ में प्रशासनिक तांडव मचाकर लोकतंत्र का मखौल उड़ाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। खैरागढ़ की जनता उनका अहंकार मिट्टी में मिलाने तैयार है। बृजमोहन अग्रवाल ने खैरागढ़ की जनता से अपील की है कि कांग्रेस उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाकर वोट खरीदने की कोशिश कर रही है, इसका जमकर प्रतिकार करें।

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि खैरागढ़ उपचुनाव कांग्रेस की ओर से प्रशासन और पुलिस द्वारा लड़ा जा रहा है। प्रचार के दौरान भूपेश बघेल के इशारे पर प्रशासन ने  भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने में सारी ताकत झोंक दी। भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रचार और सभाओं तक में पहुंचने से रोका गया जबकि कांग्रेस का झंडा लगी गाड़ियों में आपत्तिजनक सामग्री लदी होने के बावजूद बिना जांच पड़ताल के जाने दिया गया। कांग्रेस की सेवा में तैनात अफसरों को यह पता था कि कांग्रेस का झंडा लगी गाड़ियों में क्या है। कांग्रेस के कोचियों को सरकार के कई विभागों  के अफसरों ने वोट खरीदने के लिए सामग्री उपलब्ध कराई। इसकी भी ढेरों प्रमाणित शिकायतें सामने आई हैं और भाजपा ने चुनाव की पवित्रता भंग करने वाले अफसरों पर कार्यवाही करने की मांग निर्वाचन आयोग से की है। प्रशासन ने कांग्रेस के चुनावी कोचियों को शराब सहित कई तरह की सामग्री बांटने में मददगार की भूमिका निभाई है और  प्रचार की अवधि खत्म होने के बाद  लोकतंत्र पर डाका डालने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए गए हैं।