नारायणपुर जिले में शासन की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन की मंत्री श्री पाण्डेय ने की सराहना
April 25, 2022समदर्शी न्यूज ब्यूरो, नारायणपुर
केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पाण्डेय आज नारायणपुर जिले में एक दिवसीय प्रवास पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंनें आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। मंत्री श्री पाण्डेय ने जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, सुपोषण, पेयजल अधोसंरचना, विद्युत व्यवस्था एवं वित्तीय समावेशन सहित अन्य क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यों की प्रगति की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि नारायणपुर जिला देश के आंकाक्षी जिलों में शामिल है, जहां पर्याप्त विकास सुविधायें नहीं पहुंच पायी है। विषम परिस्थितियों और विभिन्न अवरोधों के बावजूद प्रशासन द्वारा केन्द्र एवं राज्य शासन की विभिन्न लाभार्थी एवं हितग्राहीमूलक योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाकर आम आदमी को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने जिले में शासन की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन की सराहना की और कहा कि आगे भी आम लोगों तक इसी तरह योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाता रहेगा। बैठक में बस्तर सांसद श्री दीपक बैज, सांसद श्री अरूण साव, हस्तशिल्प विकास बोर्ड अध्यक्ष एवं विधायक श्री चंदन कश्यप, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती श्यामबती नेताम, उपाध्यक्ष श्री देवनाथ उसेण्डी के अलावा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री देवेश कुमार ध्रुव, अपर कलेक्टर श्री अभिषेक गुप्ता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीआर पुजारी, उपसंचालक कृषि श्री बीएस बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जीआर मंडावी, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री रविकांत ध्रुर्वे, कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री हरिमंगल सिंह के अलावा अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
केन्द्रीय मंत्री श्री पाण्डेय ने कहा कि देश के आकांक्षी जिलों में शामिल इस जिले क विकास क लिए सभी को मिलकर विशेष प्रयास करना है। उन्होंने आकांक्षी जिलों के लिए निर्धारित सभी बिंदुओं की समीक्षा की और विशेष रूप से जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा, सुपोषण के लिए किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ओरछा विकासखंड अत्यंत दुर्गम क्षेत्र है, इसके बावजूद यहां शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए प्रयास किये जा रहे हैं, जो प्रशंसनीय है। इसके अलावा वित्तीय समावेशन में किये गये कार्यों के लिए उन्होंने जिला प्रशासन सहित लीड बैंक अधिकारी को विशेष रूप से बधाई दी। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने गर्भवती माताओं के पंजीयन, स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन, प्रशिक्षण, मलेरिया मुक्त अभियान सहित टीकाकरण एवं अन्य कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। इस संबंध में मंत्री श्री पाण्डेय ने निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी जब दुरूह, दुर्गम और पहुंचविहीन क्षेत्रों में जायें, तो वे स्वास्थ्य के साथ-साथ शासन की अन्य योजनाओं के बारे में भी लोगों को जागरूक करें और उन्हें प्रेरित करें। इस दौरान सुपोषण अभियान की समीक्षा की गयी, जिसमें कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि विगत 4 वर्षों में कुपोषण की दर में लगभग 20 प्रतिशत की कमी आयी है। बच्चों एवं गर्भवती माताओं को सुपोषित करने के लिए चिक्की, अंडा, एवं गर्म भोजन आंगनबाड़ी के माध्यम से प्रदान किया जा रहा है। ओरछा विकासखंड में आंगनबाडी की आवश्यकता को देखते हुए 56 आंगनबाड़ी स्वीकृत करने की मांग की गयी है। इस पर मंत्री श्री पाण्डेय ने सहमति भी जताई।
जिले में संचालित शिक्षा विभाग की गतिविधियों की समीक्षा की गयी, जिसके तहत् बच्चों के प्रवेश, ड्राप आउट, विद्यालय, भवन, शौचालय, पेयजल, विद्युत व्यवस्था, पाठ्य सामग्री, गणवेश के बारे में जानकारी दी गयी। यह भी बताया गया कि जिले में शिक्षा के स्तर को ऊंचा करने के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल का भी संचालन किया जा रहा है। कोविड के दौरान बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो इस ध्यान में रखते हुए मोहल्ला क्लास, लाउड स्पीकर गुरूजी आदि के माध्यम से व्यवस्था की गयी। बैठक में कृषि विभाग के अंतर्गत किसान सम्मान निधि, मृदा परीक्षण, उद्यानिकी विभाग अंतर्गत अब तक पारम्परिक खेती को और बेहतर ढंग से करने हेतु कार्ययोजना तैयार करने कहा। वहीं पशुपालन को बढ़ावा देकर ग्रामीणों एवं किसानों की आमदनी बेहतर करने पर जोर दिया गया। बैठक में अधोसंरचना के अंतर्गत बिजली, कनेक्टीविटी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना की भी समीक्षा की गयी।
बैठक में सांसद श्री दीपक बैज ने कहा कि जिला आकांक्षी जिलों में शामिल है। अबूझमाड़िया लोगों के विकास के लिए प्राथमिकता के साथ कार्य किया जा रहा है और शासन की योजनाआंे का संचालन भी किया जा रहा है। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए विशेष पैकेज की भी मांग की। वहीं उन्होंने पीएमजीएसवाय के तहत् ग्रामीण सड़कों को मुख्य सड़क से जोड़ने हेतु स़़ड़क निर्माण की भी बात कही। इस दौरान मंत्री श्री पाण्डेय को बस्तर की सांस्कृतिक विरासत को प्रस्तुत करती स्मृति चिन्ह भी अधिकारियों ने भंेट की।