समय-सीमा की बैठक में राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं की गहन समीक्षा : ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से करें – कलेक्टर
April 26, 2022समदर्शी न्यूज ब्यूरो, बिलासपुर
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने आज राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली सभी महत्वपूर्ण योजनाओं की गहन समीक्षा कर योजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन के निर्देश समय-सीमा की बैठक में अधिकारियों को दिए। उन्होंने नियमित तौर पर गांव का भ्रमण कर पेयजल, विद्युत, खाद्यान्न वितरण, स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन की निगरानी करते हुए लोगों को मूलभूत सुविधा तथा गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करने कहा। कलेक्टर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि गांव में मूलभूत सुविधाओं में कमी पाए जाने पर दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने 07 अप्रैल से 18 अप्रैल तक ग्राम पंचायतों में आयोजित शिविर की जानकारी नोडल अधिकारियों से ली। नोडल अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की अनियमितता, पेयजल, पेंशन जैसी समस्याएं आ रही है। कलेक्टर ने कहा कि किसानों और ग्रामीणों की बुनियादी दिक्कतों को दूर करना हमारा प्रमुख दायितव है। ग्रामीणों की मूलभूत सुविधाओं में किसी भी प्रकार की कमी बर्दाशत नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर योजनाओं की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पटवारी एवं पंचायत सचिवों की मुख्यालय में उपस्थिति पर जोर दिया। मुख्यालय में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
अभियान चलाकर करें पेंशन प्रकरणों का निराकरण –
कलेक्टर डॉ. मित्तर ने सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं नगर निगम कमिश्नर को पेंशन प्रकरणों का निराकरण एक सप्ताह के भीतर अभियान चलाकर करने के निर्देश दिए। समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को पेंशन प्रकरणों की मॉनिटरिंग कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा।
हैंडपंपों के सुधार के निर्देश –
नोडल अधिकारियों ने अपने प्रतिवेदन में बताया कि ग्राम पंचायतों में हैंडपंप खराब होने की शिकायतें मिली है। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को हैंडपंप की मरम्मत करवाकर एक सप्ताह के भीतर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
गोधन न्याय योजना की समीक्षा –
कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट खाद के उत्पादन, बिक्री एवं उठाव की जानकारी ली। नगर पंचायत बोदरी और कोटा में वर्मी कम्पोस्ट खाद के उठाव की धीमी प्रगति पर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमओ को प्रगति लाने के निर्देश दिए।कलेक्टर ने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
कलेक्टर ने सभी गौठानों में अधिक से अधिक रोजगार मूलक गतिविधियों के संचालन के साथ ही आवश्यक सभी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को किसानों को धान के साथ अन्य फसलों के लिए प्रोत्साहित करने कहा। इस कार्य के लिए आरईओ की ड्यूटी लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने राजस्व प्रकरणों की समीक्षा करते हुए विवादित, अविवादित नामांतरण, बंटवारे, सीमांकन तथा अन्य राजस्व मामलों को समय-सीमा में निराकृत करने कहा। मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना की समीक्षा करते हुए समर्पित लोगों की टीम बनाने के निर्देश सीएमएचओ को दिए। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग द्वारा कराए जा रहे सड़क मरम्मत कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बारिश के पहले सभी सड़कों की मरम्मत हो जानी चाहिए।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीस एस, नगर निगम आयुक्त श्री अजय त्रिपाठी, सभी एसडीएम एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे।