बृजमोहन व भाजपा को छत्तीसगढ़ की परंपरा संस्कृति से नफरत क्यों है- कांग्रेस

बृजमोहन व भाजपा को छत्तीसगढ़ की परंपरा संस्कृति से नफरत क्यों है- कांग्रेस

May 6, 2022 Off By Samdarshi News

छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा, तीज, त्योहारों को भाजपा ने दबाने का काम किया

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

बृजमोहन अग्रवाल द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा बोरे बासी खाने का आह्वान और माटी पूजा कार्यक्रम को छद्म छत्तीसगढ़ियावाद बतायें जाने को कांग्रेस ने बृजमोहन और भाजपा की बौखलाहट बताया है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पहली बार प्रदेश को ठेठ छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री मिला है जो प्रदेश की भाषा संस्कृति, रीति-रिवाज, खान-पान, तीज त्योहारों को न सिर्फ समझता है बचपन से इन सब को जिया है जिनके अंदर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को छत्तीसगढ़िया अस्मिता को बढ़ाने की ललक है, तो बृजमोहन अग्रवाल जैसे लोगों को पीड़ा होना स्वाभाविक है। क्योंकि रमन, बृजमोहन, मूणत, अमर जैसे लोगों को छत्तीसगढ़िया संस्कृति से क्या लेना देना। भाजपा बतायें कि भूपेश बघेल का कौन सा काम छद्म छत्तीसगढ़ियावाद है ? तीजा-पोरा, त्योहार मुख्यमंत्री निवास में मनाया जाता है, हरेली की गेड़ी की धूम प्रदेश भर में होती है, तो यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है। हर छत्तीसगढ़िया को इस पर गर्व है। बृजमोहन को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से इतनी नफरत क्यों हैं?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि जिस छत्तीसगढ़ ने बृजमोहन अग्रवाल को आत्मसात किया, दो दशक अधिक समय तक नेतृत्व का अवसर दिया। उस छत्तीसगढ़ की संस्कृति से नफरत करने के बजाय बृजमोहन अग्रवाल को उससे प्यार करना चाहिये। बृजमोहन को तो प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिये, राज्य बनने के डेढ़ दशक तक प्रदेश में उनकी सरकार थी, लेकिन छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा, तीज, त्योहारों को भाजपा ने दबाने का काम किया। बृजमोहन को जवाब देना चाहिये कि भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को दबाने का काम क्यों किया ? बृजमोहन मंत्री थे हमारे पुन्नी मेला को कुंभ नाम देकर छत्तीसगढ़ की संस्कृति के साथ सनातन धर्म की पुरातन परंपरा को मुंह चिढ़ाने का काम बृजमोहन करवा रहे थे, आज एक बार फिर से पुन्नी मेला उत्सव हो रहा है जो हमारी संस्कृति परंपरा का अंग है।