15 साल तक जनता कमीशनखोरी की शिकायत की हिम्मत नहीं दिखा पाती थी, अब भ्रष्टाचार पर कार्यवाही का रमन और भाजपा बन रहे हैं पैरोकार – कांग्रेस

May 9, 2022 Off By Samdarshi News

भूपेश बघेल ने कमीशनखोरी की शिकायत पर की त्वरित कार्यवाही

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

मुख्यमंत्री के सरगुजा संभाग के दौरे के दौरान अपने कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले तथा भ्रष्टाचारियों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा की गयी प्रभावी और त्वरित कार्यवाही का कांग्रेस ने स्वागत किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा भ्रष्ट और कर्तव्य पालन नहीं करने वाले पर की जा रही कार्यवाही पर सवाल खड़ा करके रमन और भाजपा भ्रष्टाचारियों के समर्थन में खड़ी नजर आ रहे हैं। 15 साल तक प्रदेश में कमीशनखोरी का राज था, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह खुद अपने कार्यकर्ताओं से कमीशनखोरी बंद करने की मिन्नतें करते थे, आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस सरकार की ईमानदारी है कि आम आदमी भी निर्भय होकर बेबाकी से मुख्यमंत्री से भ्रष्टाचार की शिकायत करने का साहस करता है और मुख्यमंत्री भी उसकी शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लोगों की समस्याओं के त्वरित निराकरण और उस पर की जा रही प्रभावी कार्यवाही से प्रदेश की जनता को यह लगने लगा है कि छत्तीसगढ़ में सुशासन चल रहा है। एक ओर जहां बढ़िया काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को सराहना मिल रही है वहीं दूसरी ओर अपने कर्तव्य में कोताही बरतने वाले तथा भ्रष्ट अधिकारियों को दंडित भी किया जा रहा है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्यवाही पर ऊंगली उठाने वाले रमन सिंह और भाजपा नेता आत्म अवलोकन करें। 15 साल तक प्रदेश में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी की सरकार चलाने वाले किस नैतिकता से भूपेश बघेल की सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि 15 साल तक रमन राज में आम जनता शिकायत करने की हिम्मत नहीं कर पाती थी। भ्रष्टाचारियों को तत्कालीन सरकार का संरक्षण मिलता था। रमन सिंह ने 15 साल में अनेकों विकास यात्रायें निकाली लेकिन कभी भ्रष्टाचारियों और कर्तव्य में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने का साहस रमन सिंह नहीं कर पाए क्योंकि कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार का पूरा बटवारा नीचे से ऊपर तक होता था।