’ई-पंजीयन से नीलिमा के सपने हो रहे पूरे’ गांव में सड़क बनाने मिली 12 लाख 52 हजार की राशि
September 22, 2021समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो
रायपुर, इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर चुकी नीलिमा को विश्वास था कि डिग्री के बाद नौकरी लग जायेगी, लेकिन डिग्री के बाद जब वर्षों तक कोई नौकरी नहीं मिली तो नीलिमा का सपना मानों टूट ही गया। इस बीच जब मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने युवाओं को रोजगार से जोड़ने और विकासकार्यों में भागीदारी सुनिश्चित करने ई-श्रेणी पंजीयन प्रणाली लागू की, तो नीलिमा की आस फिर से जाग गई। इस योजना से इंजीनियरिंग में स्नातक कुमारी नीलिमा साहू को मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना से पक्की सड़क बनाने का काम मिला है।
रायपुर जिले के आरंग में रहने वाली नीलिमा ने बताया कि वर्ष 2012 में बी.ई. की डिग्री हासिल करने के बाद वह जॉब तलाश रही थी और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करती रही थी। नीलिमा ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जब प्रदेश के 12 वीं पास से लेकर स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुके बेरोजगार युवकों को निर्माण कार्यों में काम देने की घोषणा की तो उसे भी काम मिलने की आस जगी। उसने बताया कि बेरोजगार युवाओं के लिए शुरू की गई ई-श्रेणी पंजीयन में अपना नाम रजिस्टर कराने के बाद उम्मीद थी कि उसे अपने क्षेत्र में काम करने का मौका मिलेगा। आरंग क्षेत्र के विधायक और प्रदेश के मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने भी उसे प्रोत्साहित किया और नीलिमा को 12.52 लाख रुपए का काम मिला। उसे मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के अंतर्गत आरंग विकासखण्ड के ग्राम रसनी में शासकीय स्कूल भवन से मुख्य मार्ग तक बनने वाली सड़क के निर्माण कार्य का जिम्मा नीलिमा को मिला।
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद पहली बार काम मिलने और रोजगार से जुड़ने पर खुशी व्यक्त करते हुए नीलिमा ने मुख्यमंत्री श्री बघेल और नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया के प्रति आभार जताया। नीलिमा कहती है कि मेरे लिए यह गौरव की बात है कि मैं अपने घर के आसपास होने वाले विकासकार्यों में भागीदारी देने जा रही हूं। इससे मुझे आर्थिक लाभ भी होगा। यह सब प्रदेश के मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा श्रम मंत्री की बदौलत हो सका है।
गौरतलब है कि प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को निर्माण कार्यों में रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने ब्लॉक स्तर में 20 लाख तक के कार्य देने ई-पंजीयन प्रणाली शुरू की गई है। इसके लिए गैर अनुसूचित क्षेत्र में योग्यता स्नातक और अनुसूचित क्षेत्र में 12वीं पास रखी गई है।