गोबर खरीदी में असंतोषजनक प्रगति होने पर सचिव एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पर की जाएगी सख्त कार्रवाई, सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में लाए गति : कलेक्टर
May 19, 2022वर्मी कम्पोस्ट की गुणवत्ता आगे भी बनी रहनी चाहिए
जिले में गोधन न्याय योजना के तहत प्रदेश में सर्वाधिक 758962 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई
अंजोरा गौठान के उत्पाद विदेश में इटली भेजा जा रहा
महिला स्वसहायता समूहों के बैंक खाते में लाभांश राशि हस्तांतरण की जानकारी
गौठान को सक्रिय रखते हुए आय के स्रोत के लिए वार्षिक कलेण्डर तैयार करने के दिए निर्देश
कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन एवं बिक्री की गहन समीक्षा की
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, राजनांदगांव
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्टोरे सभाकक्ष में गोधन न्याय योजना, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन एवं बिक्री की गहन समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर ने संयुक्त रूप से गौठान अंतर्गत कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य पालन, पशुधन, रेशम, हस्तशिल्प, हथकरघा, कृषि विज्ञान केन्द्र, राष्ट्रीय आजीविका मिशन द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी ली। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत जिले में 758962 क्विंटल प्रदेश में सर्वाधिक गोबर की खरीदी की गई है। वही 250071 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया गया है। अब तक जिले में 177580 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय किया जा चुका है। कलेक्टर ने सभी को गोधन न्याय योजना के अच्छे क्रियान्वयन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की महत्वाकांक्षी योजना है और सभी सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए गोबर खरीदी के कार्य में गति लाएं। गौठान में पहले चरण में समूह की महिलाओं के लिए कार्य स्थल, मल्टीएक्टिविटी सेन्टर बनाएं गए और एक अधोसंरचना विकसित हुई। जिसका सुखद परिणाम यह रहा कि अब अंजोरा गौठान में समूह की महिलाओं द्वारा बनाया गया उत्पाद विदेश इटली भेजा जा रहा है। दूसरे चरण में गोबर खरीदी बढ़ाना है। साथ ही वर्मी कम्पोस्ट निर्माण तथा नए गौठानों में गोबर खरीदी एवं विभिन्न गतिविधियां प्रारंभ करनी है। उन्होंने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट की गुणवत्ता आगे भी इसी तरह बनी रहनी चाहिए। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने की जरूरत है। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने सभी गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत की जा रही गोबर खरीदी की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि ऐसे गौठान जहां गोबर खरीदी में असंतोषजनक प्रगति रही है, वहां सचिव एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गौठान को सक्रिय रखे एवं वहां समूह की महिलाओं को तेलघानी, मसाला निर्माण, राईस मिल, सब्जी-बाड़ी, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन एवं अन्य गतिविधियों से जोडऩे के कार्य मेें तेजी लाए। उन्होंने मत्स्य पालन के लिए ऐसे गौठान जहां डबरी नहीं है, वहां बायो क्लॉक कल्चर के माध्यम से मत्स्यपालन करने के लिए कहा। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि इस मौसम में समूह की महिलाओं से व्यापक पैमाने पर आम के आचार बनवाएं। यह आचार शिक्षा, आदिवासी विकास विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विक्रय किया जाएगा। उन्होंने खाद की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने जैविक खाद उत्पादन एवं विक्रय की प्रगति, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन में संलग्न महिला स्वसहायता समूहों के बैंक खाते में लाभांश राशि हस्तांतरण के संबंध में गौठानवार प्रगति एवं लंबित राशि की समीक्षा, आवर्ती चराई अंतर्गत स्वीकृत कार्यों को पूर्ण करना तथा आवर्ती चराई गौठान में गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन हेतु आवश्यक कार्रवाई के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक गौठान में न्यूनतम तीन आजीविका गतिविधियों का संचालन होना चाहिए। गौठान में लघु वनोपज प्रसंस्करण एवं खाद्य प्रसंस्करण केन्द्रों का निर्माण कर सकते हंै। गौठानों में की जाने वाली गतिविधियों के माध्यम से वर्ष भर आय के स्रोत बनाये रखने हेतु वार्षिक कैलेण्डर तैयार करने के निर्देश दिए।
जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर ने कहा कि गौठान में पर्याप्त वर्मी टांकों की उपलब्धता होनी चाहिए। निर्मित टांकों में से भरे एवं खाली टांकों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी गौठानों में पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। नए गौठानों में भी गौठान समिति का गठन कर लें। समूह की महिलाओं के लिए शेड का निर्माण अनिवार्य रूप से करवाएं। समूह की महिलाएं भाजी का उत्पादन करने साथ ही बेल वाले लौकी, कद्दू जैसी सब्जियां लगाएं। उन्होंने गौठान में कदम, पीपल, बरगद का पौधरोपण करने कहा। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ श्री दिलराज प्रभाकर, वन मंडलाधिकारी राजनांदगांव श्रीमती सलमा फारूकी, नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष चतुर्वेदी, उप संचालक कृषि श्री जीएस धु्रर्वे, उप संचालक पशु चिकित्सा एवं सेवाएं डॉ. राजीव देवरस, उप संचालक हथकरघा श्री इंद्रराज सिंह, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. डीएन राजपूत, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम ठाकुर, सहायक संचालक मत्स्य पालन श्रीमती गीतांजलि गजभिए सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान सभी जनपद सीईओ एवं सीएमओ विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।