नक्सलियों को मौन समर्थन किसका सब जानते है : ओपी चौधरी

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कांग्रेस संविधान को नहीं मानती इसलिए देश में लगा था आपातकाल

प्रदेश की कांग्रेस सरकार नक्सलियों के सामने घुटने ही नहीं टेक रही है, बल्कि पूरी तरह से कर दिया है आत्मसमर्पण भी

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भाजपा प्रदेश मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि इस देश में नक्सलियों को किसका मौन समर्थन है वह सब जानते है ? और कांग्रेस को यह कहने का अधिकार नहीं है कि संविधान पर विश्वास किसको है और किसको नहीं। देश इस बात का गवाह है कि संविधान की मान्यताओं को रौंद कर जब देश में आपातकाल लगा था उस समय देश में कांग्रेस की ही सत्ता थी और कांग्रेस को आपातकाल के बाद जनता ने जो करारा जवाब दिया था, उससे कांग्रेस अब तक उबर नहीं पाई है और न ही उबरेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हमेशा भ्रम फैलाने के लिए कुछ भी कह जाते है उन्हें बताने की जरूरत नहीं है कि भाजपा का संविधान पर कितना विश्वास है।

हमारे लिए देश प्रथम है। उन्होंने कहा की इस देश में नक्सलवाद जैसी गंभीर समस्या को अपने लाभ के लिए किसने पोषित किया है उस दल का नाम ही कांग्रेस है। उन्होंने कहा की अनुच्छेद 356 का दुरूपयोग कर 100 बार से अधिक चुनी हुई विभिन्न प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने का पाप करने वाली कांग्रेस संविधान को मानने वाली कैसे हो सकती कि ? उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की जब सरकार थी तब नक्सली भारी दबाव में थे। यह निश्चित है कि कांग्रेस की सरकार आते ही नक्सली जंगल से सड़क की ओर आ गए हैं और जिस तरह से नक्सली तांडव मचा रहे है, पूरी तरह से प्रदेश की कांग्रेस सरकार नक्सलियों के सामने घुटने ही नहीं टेक रही है बल्कि पूरी तरह से आत्मसमर्पण भी कर दिया है।

भाजपा प्रदेश मंत्री ओपी चौधरी ने मुख्यमंत्री को सलाह देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जैसे पद पर रहकर भाजपा की तुलना देश विरोधी संगठन के साथ करना शोभा नहीं देता। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ऐसे भ्रामक बयानों से बचना चाहिए। भाजपा की आस्था संविधान के साथ है और हमेशा रहेगी। भूपेश बघेल बस्तर प्रवास पर कॉंग्रेस पार्टी का खस्ताहाल देख कर अपना आपा खो बैठे हैं।

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