मुख्यमंत्री को जिम्मेदारों पर तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए, अपराधियों की शरणस्थली हो गई है छत्तीसगढ़ की धरती-संतोष पाण्डेय
May 23, 2022सांसद संतोष पाण्डेय ने राजनांदगांव के ढाबा में हुई घटना पर व्यक्त की चिंता
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव
सांसद संतोष पाण्डेय ने राजनांदगांव के एक ढाबा के संचालक पर हुए जानलेवा हमले पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू के रूप में हमेशा सबके बीच प्रिय रहा है, लेकिन जब से कांग्रेस की सरकार प्रदेश में आई है, छत्तीसगढ़ अशांत हो गया है, और हर तरफ अपराधी अपराध को अंजाम देकर प्रदेश के वातावरण को बिगाड़ने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि ढाबा संचालक पर आखिरकार किसने हमला किया ? संस्कारधानी में यह असंस्कारी लोग कौन है ? उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के पर्दा डालो मंत्रालय के लोग इस पूरे मामले की लीपापोती में लगे हुए है जो बेहद ही निंदनीय है। संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि इस पूरे घटना को लेकर कांग्रेस सरकार का मौन संदेह को जन्म देता है। कांग्रेस की सरकार कभी भी सर्व समाज की चिंता नहीं करती है। उन्हें केवल अपनी वोट बैंक की राजनीति की ही परवाह रही है। यही कारण है कि इतनी बड़ी संख्या में अपराधी अपराध को अंजाम देते ढाबा संचालक दीपक यादव, गौरव यादव पर प्राणघातक हमले कर देते है, ये दोनों अपनी जान की परवाह किए बना परमार्थ करते अनहोनी घटना होने से एक ड्राइवर को बचा लेते है। घटना होने के बाद भी लंबे समय बाद भी रिपोर्ट नहीं लिखी जाती है और कार्यवाही के नाम पर कुछ औपचारिकता ही की जाती है।
इससे पूर्व भी शाहीन बाग के समर्थन में आखिरकार वे कौन लोग थे जो राजनांदगांव के जयस्तंभ चौक में मिनी शाहीन बाग का आयोजन करते हैं। हनुमान जयंती के अवसर पर जिस तरह से मंदिरों के मार्ग परिवर्तित किए जाने है, उससे सर्व समाज सहर्ष स्वीकार लेता है लेकिन कुछ लोग मंदिर के समक्ष जो प्रदर्शन करते है वह बेहद ही दुखद था। समय रहते कार्यवाही होती तो इस तरह की घटना की पुनरावृति नहीं होती। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर नाकाम है और उनकी भीतरी लड़ाई तो अब सड़कों पर है, जो पूरे प्रदेश में किसी से छिप नहीं रहा है। केवल कुछ अधिकारी पीआर मैनेजमेंट करके केवल कथित वाहवाही लूटने में लगे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को तत्काल प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा करनी चाहिए और जिम्मेदारों पर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।