मुख्यमंत्री के कृपा-पात्र लोगों के बंगलों पर पुलिस का पहरा : भूपेश बतायें किस भय से खास बंगलों पर बैठा दिया गया है पहरा ? – विष्णुदेव साय

मुख्यमंत्री के कृपा-पात्र लोगों के बंगलों पर पुलिस का पहरा : भूपेश बतायें किस भय से खास बंगलों पर बैठा दिया गया है पहरा ? – विष्णुदेव साय

May 27, 2022 Off By Samdarshi News

जनता सब देख रही है कि छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के गुनाहों का देवता कौन है ?

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर बोलते हुए कहा है कि किसके भय से मुख्यमंत्री की उप सचिव, कोरबा कलेक्टर और नान घोटाले के आरोपी संविदा पर नियुक्त अधिकारी जैसे मुख्यमंत्री के कृपा-पात्र लोगों के बंगलों पर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है ? इन्हें किससे खतरा है जो सुरक्षा बढ़ा दी गई है ? पहरा बैठाने के पीछे कौन सा राज छुपा है और कौन सा डर सता रहा है ? जबकि यदि किसी एजेंसी की पड़ताल का डर है तो राज्य सरकार को किसी जांच एजेंसी की किसी भी संभावित कार्यवाही को सहयोग देना चाहिए। क्या कारण है कि भूपेश बघेल ने अपने कृपापात्रों के यहां किसी कार्यवाही के डर से पहरेदार तैनात कर दिए।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की राह पर चलते हुए जांच एजेंसियों के काम में अड़ंगा लगा रहे हैं। भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए यह टकराव उत्पन्न किया जा रहा है। यदि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल का भ्रष्ट जंगलराज नहीं चल रहा है, कानून का राज चल रहा है तो फिर यह पहरेदारी क्यों ?

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि मुख्यमंत्री की उपसचिव के यहां पहले भी जांच पड़ताल हो चुकी है। इस बार मुख्यमंत्री ने पहले से ही पहरा लगा दिया ताकि कोई जांच पड़ताल नहीं कर सके। आखिर क्या वजह है कि मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ में  किसी एजेंसी की संभावित प्रक्रिया को रोकना चाहते हैं। वे यह भी बताएं कि किसको रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ाई गई है। क्या इन लोगों को नक्सलियों से किसी खतरे की आशंका पर ऐसा किया गया है ?

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कृपादृष्टि प्राप्त कोरबा कलेक्टर को भूपेश बघेल के मंत्री ही भ्रष्ट बताकर कार्यवाही की मांग करते हुए यह भी कह चुके हैं कि कार्यवाही न होने पर मौन सहमति मानी जायेगी। जो मुख्यमंत्री अपने ही मंत्रिमंडलीय सहयोगी के आरोप के बाद भी कोई ध्यान न दे रहा हो, उसके द्वारा ऐसे अफसरों को संरक्षण देना कोई अचरज की बात नहीं है। लेकिन भूपेश बघेल यह अच्छी तरह समझ लें कि उनकी कोई भी चेष्टा भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को हमेशा बचाकर नहीं रख सकती। जनता सब देख रही है कि छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के गुनाहों का देवता कौन है।