कलेक्टर ने कृषि विज्ञान केंद्र एवं शासकीय शिवकुमार शास्त्री कृषि विज्ञान महाविद्यालय पहुंचकर नर्सरी में तैयारी की ली जानकारी : किसानों को कृषि की नवीन तकनीक से जोड़े : कलेक्टर

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कलेक्टर ने आदर्श गौठानों में वृक्षारोपण की तैयारियों का लिया जायजा, फलदार छायादार पेड़ों से लबरेज होगी गौठानें

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, राजनांदगांव

जिले के आदर्श गौठानों में बहुआयामी फलदार व छायादार वृक्ष लगाया जाएगा । इसके लिए जिला प्रशासन सहित कृषि विभाग द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही है । आदर्श गौठान में वृक्षारोपण करने के लिए नर्सरी  तैयार की जा रही है। आदर्श गौठनों में लगाए जाने वाले पौधे की वस्तुस्थिति का जायजा लेने के लिए कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कृषि विज्ञान केन्द्र एवं शिव कुमार शास्त्री कृषि विज्ञान महाविद्यालय पहुंचकर  तैयारियों का जायजा लिया। कलेक्टर ने कृषि विज्ञान केंद्र सुरगी के प्राचार्य से नर्सरी रोपण की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि मानसून सत्र के आगमन और बारिश के दौरान आदर्श गौठानों में भविष्य में बहुआयामी परिणाम को ध्यान में रखते हुए फलदार वृक्षारोपण गौठानों में किया जाएगा। गौठानों में छायादार व फलदार वृक्ष लगाने से आगे चलकर यह महिला समूह व गौठान समिति के लिए आमदनी अर्जित करने का पुख्ता इंतजाम साबित होगा। कलेक्टर ने यहां तैयार की गई नर्सरी के प्रजाति की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि संबंधित गौठान का मृदा परीक्षण कराएं । मृदा परीक्षण के आधार पर यहां शीघ्र ग्रोथ लेने वाले पौधे लगाये जाएं। जिससे लगाए गए पौधे तेजी से ग्रोथ लेकर आमदनी अर्जित करने का ठोस जरिया बन सकें।

कलेक्टर श्री सिन्हा ने शासकीय शिव कुमार शास्त्री कृषि विज्ञान महाविद्यालय पहुंचकर महाविद्यालय के डीन से विशेष चर्चा की। कलेक्टर ने सुझाव देते हुए कहा कि महाविद्यालय में अध्ययनरत अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को गौठानों में ले जाकर प्रैक्टिकल वर्क कराएं। जिससे विद्यार्थी मूल रूप से कृषि की बारीकियों और गतिविधियों से रूबरू हो पाएंगे।  विद्यार्थियों का गौठान में पहुंचकर प्रैक्टिकल करने से इसका लाभ महिला समूह और गौठान समिति को भी मिलेगा। कलेक्टर ने कहा कि कृषि सेक्टर में रोजगार और आमदनी अर्जित करने की अपार संभावनाएं हैं। इसके लिए कृषि क्षेत्र में नए-नए तकनीकों और वैज्ञानिक गतिविधियों की अवधारणा को मूर्त रूप दिए जाने की आवश्यकता है। कलेक्टर ने कहा कि धान के बदले किसानों को अन्य फसलें कैसे लेनी चाहिए। इसके लिए फील्ड के अधिकारी किसानों को आवश्यक जानकारी देने के साथ ही प्रेरित करें। कलेक्टर ने कहा कि किसानों को समय-समय पर आवश्यक प्रशिक्षण देकर उन्हें कम समय और कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने  की तकनीक की जानकारी दी जाये। इससे किसानों को बड़ा लाभ होने के साथ ही कृषि की नई-नई तकनीकों से जोड़कर अलग-अलग फसलों की ओर रूझान भी बढ़ेगा। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम ठाकुर, कृषि विज्ञान केन्द्र की विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. गुंजन झा, जनपद सीईओ श्रीमती रोशनी भगत एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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