जिस भतिजे को गोद लिया उसने ही जमीन के लिये कर दी हत्या, जमीन विवाद को लेकर अपने बड़े पिताजी को टांगी से वारकर हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा न्यायिक अभिरक्षा में

June 2, 2022 Off By Samdarshi News

मृतक निःसंतान था, उसने आरोपी भतीजा को गोद लिया था

थाना फरसाबहार में आरोपी महेश राम के विरूद्ध अप.क्र. 37/2022 धारा 302 भा.द.वि. के तहत् अपराध पंजीबद्ध

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी अमृत साय उम्र 45 साल निवासी मेण्डरबहार सुकबासुपारा ने दिनांक 01.06.2022 को थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उक्त दिनांक के प्रातः लगभग 06 बजे इसके गांव का एक व्यक्ति ने आकर बताया कि इसका बड़े पिताजी बीती रात्रि में आंगन में खाट लगाकर सोया हुआ हुआ था, सुबह उठकर जाकर देखा तो बड़े पिताजी खाट में मृत पड़ा हुआ था, उनके सिर, कनपट्टी में कोई व्यक्ति धारदार वस्तु से मारकर हत्या कर दिया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना फरसाबहार में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 302 भा.द.वि. के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

प्रकरण की विवेचना दौरान ज्ञात हुआ कि मृतक एवं उसके गोद लिया हुआ भतीजा महेश राम के मध्य जमीन विवाद था। प्रकरण के संदेही महेश राम का पता-तलाश कर अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर बताया कि वह 02-03 वर्ष पूर्व मृतक के हिस्से की भूमि को अपने नाम से रजिस्ट्री करा लिया था। जमीन रजिस्ट्री की बात को लेकर मृतक एवं उसके मध्य आये दिन झगड़ा-विवाद होता था, घटना दिनांक की रात्रि में मृतक ने उससे कहा कि “तुम जमीन को रजिस्ट्री करा लिये हो तो क्या हुआ, मैं तुमको जमीन में कदम रखने नहीं दूंगा।” आरोपी ने मृतक के सोने के दौरान रात्रि लगभग 11ः30-12ः00 बजे मध्य गुस्से में आकर लोहे की टांगी से 02 बार उसके सिर में वार कर दिया, जिससे उसकी मृत्यू हो गई। आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त टांगी को जप्त किया गया है। आरोपी महेश राम उम्र 45 साल निवासी मेण्डरबहार थाना फरसाबहार के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उसे दिनांक 02.06.2022 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।      

प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में उप निरीक्षक एल.आर.चौहान, स.उ.नि. रविन्द्र कुर्रे, प्र.आर. 243 नरेन्द्र भगत, आर. 545 नीरज तिर्की, आर. 681 रामसागर नायक, आर. 764 शैलेन्द्र प्रधान, आर. 568 राजेन्द्र रात्रे, आर. 587 संतु यादव का महत्वपूर्ण योगदान रहा।