कमिश्नर एवं कलेक्टर ने किया तहसील कार्यालय का निरीक्षण, ग्रामीणों एवं वकीलों से चर्चा कर ली काम-काज की जानकारी

किसान को किसान किताब एवं ऋण-पुस्तिका का किया वितरण, राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण के दिए निर्देश

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, बिलासपुर

कमिश्नर डॉक्टर संजय अलंग ने आज कलेक्टर डॉक्टर सारांश मित्तर के साथ कोटा एवं बेलगहना तहसील कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। वार्षिक निरीक्षण रोस्टर एवं राजस्व प्रशासनिक सुदृढ़ीकरण के तहत हितग्राहियों, किसानों एवं आमजनता को सरकारी सेवाओं का त्वरित लाभ प्रदान करने के लिए यह निरीक्षण किया गया। इस दौरान नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, व्यपवर्तन, रिकार्ड दुरूस्ती आदि राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की गई तथा समय-सीमा से बाहर के राजस्व प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण करने के निर्देश दिए गए।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने तहसील कार्यालय में राजस्व अभिलेखों एवं दस्तावेजों के रख-रखाव का जहां बारीकी से अवलोकन किया वहीं उपस्थित पक्षकारों एवं अधिवक्ताओं से चर्चा कर तहसील के काम-काज की जानकारी ली। कमिश्नर एवं कलेक्टर ने तहसील कार्यालयों में उपस्थित अधिवक्ताओं से चर्चा की तथा समस्याओं के संबंध में जानकारी ली।

कोटा तहसील के वकीलों ने नजूल प्रकरणों की सुनवाई के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा पट्टा नवीनीकरण, बांटाकन, सीमांकन आदि प्रकरणों में तेजी लाने के लिए जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की मांग की। जिस पर संभागायुक्त ने संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। इस दौरान तहसील कार्यालय में अधिवक्ताओं के बैठने की बेहतर व्यवस्था भी बनाने का आश्वासन कमिश्नर ने दिया। इस दौरान डॉक्टर अलंग एवं डॉक्टर मित्तर ने किसानों को ऋण-पुस्तिका एवं किसान किताब का भी वितरण किया। उन्होंने अभिलेखों के बेहतर रख-रखाव एवं प्रकरणों की समय-सीमा में निराकरण के लिए तहसील कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए।

राजस्व अधिकारियों की ली बैठक, प्रकरणों के त्वरित निराकरण के दिए निर्देश

संभागायुक्त डॉक्टर अलंग ने कलेक्टर डॉक्टर मित्तर के साथ कोटा जनपद पंचायत सभाकक्ष में एसडीएम, तहसीलदार एवं अन्य राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में नक्शा बंटाकन, दांडिक प्रकरणों, अविवादित नामांतरण, अविवादित खाता विभाजन, सीमांकन, पट्टा वितरण आदि राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की तथा प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। संभागायुक्त डॉक्टर अलंग ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप किसानों, आम जनता तथा हितग्राहियों को राजस्व संबंधी सेवाओं का त्वरित लाभ मिलना चाहिए तथा समय-सीमा में प्रकरणों का निराकरण करना चाहिए। उन्होंने तीन महीने के भीतर अविवादित नामांतरण के भी निर्देश दिए।

डॉक्टर अलंग ने निरीक्षण में प्रमुख रूप से दायरा पंजी, राजस्व एवं दाण्डिक प्रकरण, चालू प्रकरण, निराकृत प्रकरण, अर्थदण्ड संबंधी फाईलों एवं नस्तियों का निरीक्षण किया और इनके और बेहतर संधारण के लिए दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ हरीस एस, एडीएम सुश्री जयश्री जैन, एसडीएम कोटा सुरज कुमार साहू, एसडीएम बिल्हा अमित कुमार गुप्ता, एसडीएम बिलासपुर टी.आर. भारद्वाज, एसडीएम मस्तूरी पंकज डाहिरे, एसडीएम तखतपुर महेश शर्मा, संयुक्त कलेक्टर मनोज केसरिया सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।

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