जनगणना के लिए प्रशासनिक सीमाओं को फ्रीज करने की समय-सीमा 31 दिसंबर 2022 तक बढ़ी, इस साल नहीं होगी जनगणना

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समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

भारत के रजिस्ट्रार जनरल कार्यालय ने प्रशासनिक सीमाओं को फ्रीज करने की समय-सीमा 31 दिसंबर 2022 तक बढ़ा दी है। इससे पहले भारत के रजिस्ट्रार जनरल कार्यालय द्वारा प्रशासनिक सीमाओं को फ्रीज किए जाने की समय-सीमा 30 जून 2022 निर्धारित की गई थी, जिसे अब बढ़ाकर 31 दिसंबर 2022 कर दिया गया है। गौरतलब है कि प्रशासनिक सीमाओं को फ्रीज करने के कुछ महीने बाद ही जनगणना शुरू हो सकती है। इसलिए अब वर्ष 2022 में जनगणना की संभावना नहीं है।

भारत के रजिस्ट्रार जनरल कार्यालय के जनगणना निदेशक ने लिखा है कि कोरोना महामारी के कारण मौजूदा परिस्थितियों में इसके फैलने की संभावना बढ़ने का खतरा और देश में कोरोना टीकाकरण अभियान को तेज करने में राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों की व्यस्तता और भागीदारी के चलते इस वर्ष जनगणना का कार्य प्रारंभ करना संभव नहीं होगा। जनगणना नियम 1990 के नियम 8(4) के अनुसार प्रशासनिक इकाईयों की सीमाओं को जनगणना आयुक्त द्वारा सूचित तिथि से फ्रीज किया जाएगा। यह तिथि जनगणना से एक वर्ष की पहले की नहीं होगी। ऐसी स्थिति में अब सक्षम प्राधिकारी द्वारा सीमाओं को फ्रीज करने की तिथि को 31 दिसंबर 2022 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। आगामी जनगणना के लिए प्रशासनिक इकाईयों की सीमाएं अब 31 दिसंबर 2022 को फ्रीज की जाएंगी।

जनगणना निदेशक ने सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव एवं राज्य के प्रशासक को अपने राज्य क्षेत्र में सभी संबंधित प्रशासनिक सीमाओं में यदि कोई परिवर्तन हो तो 31 दिसंबर 2022 तक उसे प्रभावी करने का निर्देश जारी करने तथा जनगणना निदेशालय को अधिकार क्षेत्र में परिवर्तन के संबंध में जारी अधिसूचना की प्रति भिजवाने को कहा है। यहां यह उल्लेखनीय है कि जनगणना से पहले अधिसूचित जिलों, गांवों, कस्बों और अन्य प्रशासनिक इकाईयों जैसे तहसीलों, पुलिस स्टेशनों की संख्या में बदलाव के बारे में राज्यों द्वारा रजिस्ट्रार जनरल को जानकारी देना होता है।

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