मोदी सरकार की अदूरदर्शिता के कारण देश में पेट्रोलियम का संकट गहराता जा रहा- कांग्रेस
June 16, 2022खेती किसानी का समय शुरू हो रहा किसान को ट्रेक्टर और पम्पों के लिए डीजल नहीं मिल पा रहा परिवहन और आम उपभोक्ता को भी परेशान होना पड़ रहा
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
मोदी सरकार की अदूरदर्शिता के कारण देश पेट्रोल डीजल के अभूतपूर्व संकट की ओर बढ़ रहा है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि देश के 40 प्रतिशत से अधिक पेट्रोल पंप ड्राई हो गए है। बताया जा रहा कि भारत पेट्रोलियम और एचपीसीएल के पास बमुश्किल तीन दिन का स्टॉक बचा हुआ है। दुनिया भर में पेट्रोल पदार्थो की उपलब्धता सामान्य है फिर भारत में कमी की यह हालत क्यों निर्मित हुई है ? इसका जबाब मोदी सरकार देश की जनता को दे। यदि तेल उत्पादक देशों में कच्चे तेल के उत्पादन में कोई कमी नही आई है। रिफाइनरियों के शोधन क्षमता भी प्रभावित नहीं है, फिर इस पेट्रोलियम संकट का कारण क्या हैं ?
प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि वर्तमान संकट मोदी सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन और बेतहाशा टेक्स वसूली की नीति के कारण बना है। अभी अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आशिंक रूप से मामूली बढ़ोतरी हुई है। फिर भी 2014 के पहले के मुकाबले कम है। पेट्रोलियम कम्पनियों को मोदी सरकार दाम नहीं बढाने का दबाव बनाया हुआ है। तेल कम्पनियां सरकार से टैक्स कम करने को कह रही हैं ताकि बढ़ी कीमत का बोझ टेक्स की कमी से उपभोक्ताओ पर न पड़े। लेकिन मोदी सरकार पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम नहीं कर रही। सरकार की हठधर्मिता के कारण तेल कंपनियों ने सप्लाई कम कर दिया है, ताकि कम बिक्री और कम नुकसान हो।
प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार के कुप्रबन्धन के कारण तेल कंपनियों ने भूखे रह कर बचत करने का मूर्खतापूर्ण तरीका अपनाया हुआ है, जिसके कारण देश भर में पेट्रोल डीजल का संकट छाया हुआ है। खेती किसानी का समय शुरू हो रहा किसान को ट्रेक्टर और पम्पों के लिए डीजल नहीं मिल पा रहा परिवहन और आम उपभोक्ता को भी परेशान होना पड़ रहा। प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी से देश नही सम्भल पा रहा। यह सरकार हर क्षेत्र में असफल साबित हुई है। नोटबन्दी, जीएसटी से ले कर सेना की भर्ती के अग्निपथ योजना सभी ऐसे निर्णय हुए जिनसे देश की सुरक्षा और प्रगति में बाधा ही उत्पन्न हुई है।