लोक निर्माण विभाग की लापरवाही : चटकपुर हाई स्कुल के विद्यार्थी बाजार शेड में पढ़ने को हैं मजबूर, अधिकारियों की लापरवाही से हुए नाराज विधायक यू.डी.मिंज
June 17, 2022हैंडओवर से पहले ही धंसा 62 लाख के हाईस्कुल भवन का सेप्टिक टैंक
बिल्डिंग का काम ठेकेदार ने छोड़ा अधूरा, न की बिजली फिटिंग-ना ही लगाया दरवाजा
छात्र-छात्राओं, स्कूली स्टॉफ सहित सरपंच भी परेशान, संसदीय सचिव यू.डी.मिंज को बताई समस्या
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर/कुनकुरी
जशपुर जिले में शिक्षा सत्र की शुरुआत में ही में विद्यार्थियों को बाजारडाँड़ के शेड के नीचे पढ़ाई करनी पड़ रही है। सोचने वाली बात है कि 2017 से बन रहे शासकीय हाईस्कूल चटकपुर का भवन 5 साल से पूरा नहीं बनने के पीछे बड़ा भ्र्ष्टाचार हुआ है। स्थानीय विधायक व संसदीय सचिव यू.डी. मिंज ने शेड में पढ़ रहे बच्चों की वीडियो देखकर अधिकारियों की क्लास लगाई और बारी-बारी से सबको फटकार लगाई है।
दरअसल, कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र के दुलदुला विकासखण्ड में चटकपुर गांव का यह सरकारी हाई स्कूल की बिल्डिंग है जो 62 लाख 83 हजार की लागत से बन रहा है। 5 साल से बन रहा भवन पूरा नहीं हुआ है, लेकिन राशि निकालने में लोक निर्माण विभाग और ठेकेदार बड़ी तेजी दिखाई और 47 लाख 12 हजार रुपये निकाल लिए हैं। इस भवन को बनाने में गुणवत्ता से खिलवाड़ करने में कोई कमी नहीं की गई है। नवीन हाईस्कूल बिल्डिंग में जगह-जगह दरारें पड़ी हुई है, जिसे छिपाने में ठेकेदार ने प्लास्टर चढाने के बाद भी नाकाम रहा है। इस भवन में अभी तक बिजली, पंखे नहीं लगे हैं, दरवाजे नहीं लगे हैं, और सेप्टिक टैंक धंस चुका है। इस भवन में ताला लगा है, ताला खुलने से इस बिल्डिंग के घटिया निर्माण की पोल और भी खुल सकती है।
इन सब हालात के कारण अभी तक यह बिल्डिंग शिक्षा विभाग को हैंडओवर नहीं किया गया है। जिसके कारण बच्चे बाजार के शेड के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं। बारिश के मौसम में अगर यही हालात रहे तो बच्चों की पढ़ाई और जीवन दोनों खतरे में आ सकते हैं। संसदीय सचिव यू.डी. मिंज ने शेड में बच्चों की पढ़ाई करने के मामले को गम्भीरता से लिया है और विभाग के अधिकारियों से हाई स्कूल भवन की सारी जानकारी मंगाई है, उन्होंने शिक्षा, पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और स्कूल बिल्डिंग को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है।
सरपंच चटकपुर श्यामकिशोर सिंह ने कहा कि 2017 से स्कुल बन रहा है और अभी तक पूरा नहीं हुआ हैं, जिससे बच्चों को परेशान होना पड़ रहा है. इसमें स्कुल के अंदर आधा काम नहीं हुआ है. बिजली का काम बाकी है, दरवाजा लगना है, शौचालय पूरा नहीं है, सेप्टिक टेंक धंस गया हैं. उन्होंने बताया कि दो साल से बच्चे राजीव गाँधी सेवा केंद्र में पढ़ रहे हैं, जिससे ग्राम के बैठक आदि में भी समस्या हो रही है. स्कुल लगभग तैयार है, जिसे थोड़ी सी व्यवस्था करके हैंड ओवर कर देना चाहिए जिससे बच्चों को अपना स्कूल नया सत्र में मिल जाता.
स्कुल की प्राचार्या रूकमणी सुमन ने कहा कि स्कुल आज तक हैण्ड-ओवर नहीं हुआ है, जबकि बनते बनते 5 साल हो गया है. बच्चों को पढ़ाने बैठाने के लिये समस्या हो रही है इससे पहले पंचायत भवन में लगा रहे हैं, वहाँ से भी अब पंचायत वाले अपने स्कुल में जाने को कह रहे है, इससे स्कुल को और छात्र छात्राओं और स्टॉफ को बहुत परेशानी हो रही है.