राहुल गांधी को ईडी की नोटिस का कांग्रेस जनों द्वारा दिल्ली में कड़ा विरोध, सूरज को ढंके बरसाती बादल छटेंगे एवं उजाला आयेगा – चन्द्र प्रकाश बाजपेयी

June 22, 2022 Off By Samdarshi News

देश भर से सेवादल कार्यकर्ता हो रहे हैं विरोध प्रदर्शन में सम्मिलित

समदर्शी न्यूज़ डेस्क

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ईडी की नोटिस मिलने के बाद कांग्रेसजन दिल्ली सड़कों पर उतर कर सात दिनों से सत्याग्रह कर कड़ा विरोध कर रहें है। जंतर-मंतर, एआइसीसी अकबर रोड में शांतिपूर्वक धरना कर रहे सत्याग्रही कांग्रेसजनो पर पुलिस बर्बरता पूर्वक व्यवहार कर रही है, पूरी दिल्ली बेरिकेट्स से भरी पटी है, कांग्रेस जनो को भवन सड़कों से उठा उठा कर गिरफ़्तार कर रहें है, आग-जनी झूठे मुक़दमे लगाये जा रहें है। दिल्ली से 40/50 किलोमीटर दूर थानो में ले जाकर रात्रि 12 -12 बजे परेशान कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।

उक्त जानकारी देते हुये पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपेयी वेस्ट ज़ोन प्रभारी अ.भा.कांग्रेस सेवादल ने बतलाया कि आज कांग्रेस के सीनियर नेता शांतिपूर्वक एआइसीसी  कार्यालय अकबर रोड से शांतिपूर्वक मार्च करते हुये जा रहे थे, पुलिस ने चारों दिशाओं को घेरकर युद्ध का मैदान बना रखा था, लगता था जनरल डायर जालियाँ वाला बाग में घुस आया है। हथियारों से लैस पुलिस ने सत्य के सत्याग्रहियों पर बर्बरता पूर्वक प्रहार कर जानवरो की तरह डग्गो में भरकर दुरस्थ थाने दो तीन घंटे घुमाकर ले गये भरी गरमी में महिलाओं को भी पानी और प्राकृतिक आवश्यकता के लिये गाड़ी नहीं रोकी।

श्री बाजपेयी ने आरोप लगाकर कहा कि नेशनल हेराल्ड अख़बार क्रांतिकारियों की आवाज़ थी, जिसे सुनते ही अंग्रेजी हुकूमतों की चूले हिल जाती थी। अ.भा.कांग्रेस सेवादल वेस्ट ज़ोन प्रभारी पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपेयी ने ईडी नोटिस एवं अग्निपथ वीर भर्ती प्रक्रिया के विरोध में बावाना थाने में गिरफ़्तारी देते हुये कही। श्री बाजपेयी ने बतलाया कि नेशनल हेराल्ड की स्थापना भले ही पंडित नेहरू ने 1938 में की थी, मगर अकेला नेशनल हेराल्ड महात्मागाँधी, पं नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आज़ाद, लोक मान्य तिलक, गोखले, मदन मोहन मालवीया, सुभाष चन्द्र बोस, भगतसिंह, आज़ाद, अशफ़ाक़ की आवाज़ थी और यही कारण है कि इससे भयभीत अंग्रेज हुकूमत ने कई बार ताला लगाने का दुस्साहस किया।

चन्द्र प्रकाश बाजपेयी ने कहा आज “नेशनल हेराल्ड क्यों चर्चा मे है”

सुब्रमण्यम स्वामी की एक झूठी शिकायत पर ईडी ने सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी, मोतीलाल वोरा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की शुरुआती जांच में पाया कि इस मामले में कोई केस बनता ही नहीं है। लिहाजा मामले को 2015 में बंद कर दिया गया, उसके बाद मामला शांत हो गया था। अब एक बार फिर इस मामले में सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी को समन भेजा है यह जानना जरूरी है कि ये सब उदयपुर चिंतन शिविर के तुरंत बाद हुआ है, जहाँ नफ़रत छोड़ो ”भारत जोड़ो” का नारा देकर कांग्रेस देश को जिन्दा करने का संकेत दिया था। आज़ सिर्फ पॉलिटिकल माहौल बनाया जा रहा है, भाजपा सिर्फ हवा में तीर मारकर गाँधी परिवार को निशाना बना रही है. कांग्रेस नेता राहुल गाँधी से विगत सात दिनो में 70 घंटे से लगातार ईडी पूछताछ कर रही है। कांग्रेस इन राजनीतिक हथकंडों से डटकर मुक़ाबला करेगी “सूरज को ढंके बरसाती बादल छटेंगे, उजाला स्थापित होगा”।

सेवादल राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई के निर्देशन में देश भर के हज़ारों सेवादल सेनानी दिल्ली मुख्यालयों में कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी, राहुल गांधी के समर्थन में शांतिपूर्वक जन आंदोलन, सत्याग्रह, धरना दे रहें। देश का अलख़ जगाने वाले गीत गगन भेदी सस्वर नारे सत्याग्रहियों का आकर्षक बने हुये है। इस आंदोलन में सेवादल के प्रमुख लालजी देसाई के साथ राष्ट्रीय पदाधिकारी वेस्ट ज़ोन प्रभारी चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, राष्ट्रीय महासचिव लालजी प्रसाद मिश्रा मुंबई,क्टर अमर जीत सिंह उत्तर ज़ोन प्रभारी, बलराम सिंह भदौरिया कर्नाटक, ज्योति खन्ना पंजाब, राजस्थान मधु गुरुम, गुजरात कल्पना भटनागर, संध्या पुरोहित, ब्रज किशोर शर्मा, दीप्ति पांडेय बुंदेलखण्ड, किरण क्षत्री, सी पी गौतम, रेखा कश्यप हरियाणा, अशोक राज आहूजा वेस्ट बंगाल, नरेंद्र बातिश, विष्णु शर्मा दिल्ली, राजबीर सिंह हरियाणा, सरफराज खान जम्मूकश्मीर, सोशल मीडिया के नारायण भाई, मीत भाई, विवेक भटनागर, वत्सल मेहता, प्रियंका श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष हेम सिंह शिखावत, जगदीश भाई, द्रोपती बहन, पूनम चौहान, सुनीता शर्मा, हरविंदर हैरी, सुनील कुमार, राजकुमारी, मनीष झा, अरविंद्र पाल, प्रमोद पाण्डेय, प्रदीप राणा, राजकुमारी रघुवंशी, गज्जू तिवारी,  अरुण ताम्रकार, राजेश गुप्ता, रूबी सिंह, राजेश रस्तोगी, अनुराग शर्मा, रीना पंधीर, सचिन बरवाल, रमेश चंद्र सहित इस यात्रा में गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, हिमांचल, उत्तरप्रदेश, झारखण्ड, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली, बिहार, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से भारी संख्या में सेवादल के भाई-बहन शांतिपूर्वक सत्याग्रही धरना लगातार देते हुये दिल्ली मैदान में जमे हुये है।