मानसिक चिकित्सालय में मरीजों की सुविधायें बढ़ाने कई निर्णय : कमिश्नर की अध्यक्षता में जीवनदीप समिति की बैठक आयोजित

वर्तमान में अस्पताल में 159 मरीजों का भर्ती कर उपचार किया जा रहा है, प्रतिदिन लगभग 70 मरीजों का किया जाता है ओपीडी में भी इलाज

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, बिलासपुर

कमिश्नर डॉ. संजय अलंग की अध्यक्षता में आज यहां उनके कार्यालय के सभाकक्ष में सेंदरी स्थित राज्य मानसिक चिकित्सालय की जीवनदीप समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में मरीजों के लिए अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने के लिए सर्वसम्मति से कई निर्णय लिये गये। इनमें अस्पताल में जीवनदीप समिति द्वारा उपलब्ध कराये गये ईईजी मशीन से मरीजों की जांच के लिए रियायती दर मात्र 300 रूपये शुल्क लिये जाने का निर्णय लिया गया।

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि ईईजी जांच की यह सुविधा पूरे छत्तीसगढ़ में केवल सेंदरी मानसिक चिकित्सालय में उपलब्ध हुआ है। बाजार में लगभग डेढ़ हजार के लगभग इसका सेवा-शुल्क लिया जाता है। अस्पताल के कोर्टयार्ड को बारबेड वायर से घेरने पर भी सहमति बनी जिससे मरीजों के दीवार फांदकर भाग जाने की घटनाओं पर विराम लग सकेगी। इसके अलावा रसोई घर के सामने कीचन शेड निर्माण, छत मरम्मत, टॉयलेट सुधार और जीवनदीप समिति के खाते की 20 लाख राशि को फिक्सड डिपाजिट में रखने का निर्णय किया गया। अस्पताल संचालन के लिए पूर्व में खर्च किये गये जरूरी 2 लाख 8 हजार रूपये की कार्योत्तर स्वीकृति भी प्रदान की गई।

बैठक में अधीक्षक डॉ.बी.आर.नंदा ने अस्पताल का प्रतिवेदन एवं पूर्व की बैठक में लिये गये निर्णयों का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में अस्पताल में 159 मरीजों की भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। प्रतिदिन लगभग 70 मरीजों का ओपीडी में इलाज किया जाता है। सिविल सर्जन डॉ अनिल गुप्ता, डिप्टी कमिश्नर श्रीमती अर्चना मिश्रा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राकेश शोरी सहित जीवनदीप समिति के सदस्य अधिकारी उपस्थित थे।

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