पाॅवर कंपनी मुख्यालय डंगनिया में ‘‘परछाईयाॅ’’ नाटक का मंचन, गीत-संगीत एवं नृत्य से बांधा शमां

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनी मुख्यालय डंगनिया के क्रीड़ा भवन में ‘‘परछाईयाॅ’’ नाटक का मंचन किया गया। केन्द्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद के बैनर तले आयोजित नाट्य एवं संगीत कार्यक्रम में पाॅवर जनरेशन कंपनी के प्रबंध निदेशक एन.के. बिजौरा मुख्य अतिथि तथा वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री मनोज खरे एवं ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालक निदेशक एवं केन्द्रीय क्रीड़ा एवं परिषद के महासचिव श्री एम.एस. चौहान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

पाॅवर कंपनी की महिला कर्मी कु0 आकांक्षा नागरिया के गणेश वन्दना नृत्य के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक श्री एम.एस. चैहान ने सेक्साफोन वाद्य यंत्र पर सुमधुर संगीत की प्रस्तुति दी। उसके पश्चात् ‘‘परछाईयाॅ’’ नाटक के लेखक /निर्देशक श्री योगेश नैयर रहे। इस नाट्य कथा में घर में रहने वाले बुजुर्ग की मनोदशा एवं परिवार के साथ उनकी जिंदगी के सामंजस्य को भावनात्मक रूप से व्यक्त किया गया है। नाटक के विभिन्न दृश्यों में घर की खुशहाली, घर के सदस्यों का आपसी तालमेल, एकदूसरे के प्रति समर्पण, सद्भाव एवं अनुशासन को बख्ूाबी ढंग से प्रदर्शित किया गया।

परछाईयाॅ नाटक में घर के बुजुर्ग सदस्य बाबूजी की भूमिका में सुरेश ठाकुर, गोलू एवं मलंग बाबा की भूमिका में मिथलेश जंघेल, पार्षद की भूमिका में कु0 रेशमा सेतपाल तथा माॅ-बाप की भूमिका में अजहरूद्दीन सिद्धीकी एवं श्रीमती प्रीर्ति साहू ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए नाटक को जीवन्तता प्रदान की। नाटक के अन्य कलाकारों में पवन ओगले, रविशंकर देवांगन, श्रीकान्त पोद्दार, श्रीमती प्रीति गुप्ता, श्रीमती कल्पना पन्ना शामिल थे। नाटक के संगीत पक्ष को सर्वश्री एम.एल.पाल,कमल मुखर्जी, एवं शिवनारायण ने मजबूती प्रदान किया।

पाॅवर कंपनी में कार्यरत श्री विनय गुप्ता, श्री आनंद मोखरीवाल ने गायन एवं प्रकाशन अधिकारी श्री विकास शर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी के संवाद वाचन से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम का संचालन पूर्व अतिरिक्त महाप्रबंधक श्री विजय मिश्रा ने  किया। सभी कलाकारों को अतिथियों ने प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित कर उनकी कला की प्रशंसा की। पाॅवर कंपनीज के अधिकारियों/कर्मचारियों एवं उपस्थित परिवार के अन्य सदस्यों ने परछाईयाॅ नाटक एवं गीत-संगीत का भरपूर लुत्फ उठाया।

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