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4 अक्टूबर को जिला रोजगार कार्यालय में प्लेसमेंट कैम्प होगा, मेडिकल संबंधी पदों पर की जाएगी भर्ती

जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र, रायपुर द्वारा आगामी 4 अक्टूबर सोमवार को जिला रोजगार कार्यालय, रायपुर में निजी क्षेत्र के नियोजक एस.आर. हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर चिखली, मिलाई के लिए प्लेसमेंट कैम्प आयोजित किया जा रहा है।

उप संचालक रोजगार ने बताया कि इस प्लेसमेंट कैम्प के माध्यम से एस.आर. हास्पिटल चिखली में ड्यूटी डॉक्टर, डेंटिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, फार्मासिस्ट, ओ.टी. टेक्निशियन, नर्सिग स्टॉफ, सी.ई.ओ., काउंसलर, एक्स-रे टेक्निशियन, पैथालेब टेक्निशियन, ड्रायवर, फील्ड ऑफिसर एवं टी.पी.ए. मैनेजर आदि के कुल 193 पदों पर एम.बी.बी.एस, बी.ए.एम.एस., बी.एच.एम.एस., एम.डी.एस., बी.डी.एस., एम/बी.पी.टी.एम/बी. फार्मा, पैरामेडिकल, नर्सिंग, एम.बी.ए. स्नातक उत्तीर्ण एवं एल.एम.व्ही. लायसेंस धारी, न्यूनतम 03 वर्षीय अनुभवी योग्य आवेदकों की भर्ती न्यूनतम 8 हजार रूपये से 50 हजार रूपये प्रतिमाह वेतनमान पर की जावेगी।

इन पदों पर भर्ती हेतु योग्य एवं इच्छुक आवेदक निर्धारित तिथि पर शैक्षणिक/तकनीकी शिक्षा तथा अनुभव प्रमाण पत्र की छायाप्रति के साथ सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अपनी उपस्थिति दे सकते हैं। आवेदक सोशल डिस्टेंटिंग का पालन करते हुए प्लेसमेंट कैम्प में सम्मिलित होंगे।

ग्राम पंचायतों में 2 अक्टूबर से ग्रामसभाओं का आयोजन, ग्राम विकास, रोजगार के साथ महत्वपूर्ण विषयों पर होगी चर्चा

कलेक्टर सौरभ कुमार ने रायपुर जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) और सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आगामी 2 अक्टूबर से ग्रामसभा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके लिए जनपद पंचायतवार प्रत्येक ग्राम पंचायतों एवं उनके आश्रित ग्रामों में ग्रामसभा का आयोजन करने के लिये एक समय-सारिणी तैयार करने को कहा है, जिससे एक तिथि में किसी ग्राम पंचायत के एक ही ग्राम में ग्रामसभा का आयोजन हो सके। उन्होंने स्थानीय स्तर पर आवश्यकतानुसार अधिकारियों और कर्मचारियों जिम्मेदारी निर्धारित करने के निर्देश भी दिए हैं।

इन ग्रामसभाओं में पूर्व बैठक में पारित संकल्पों के क्रियान्वयन संबंधी पालन प्रतिवेदन, पंचायतों के विगत तिमाही में आय-व्यय की समीक्षा एवं अनुमोदन, पिछली छःमाही में विभिन्न योजनाओं से स्वीकृत कार्य के नाम, प्राप्त राशि, स्वीकृत राशि, व्यय राशि एवं कार्य की अद्यतन स्थिति का वाचन, आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए ग्राम पंचायत विकास योजना की रूपरेखा, मिशन अन्त्योदय सर्वे का अनुमोदन तथा महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में रोजगार की मांग तथा उपलब्धता की समीक्षा, ग्राम गौठानों के प्रबंधन एवं संचालन, सुराजी ग्राम योजना के तहत नरवा, गरूवा, घुरुवा एवं बाड़ी, सामाजिक सहायता कार्यक्रम, ग्रामीण सचिवालय का संचालन, शासकीय उचित मूल्य की दुकानों, सामाजिक अंकेक्षण, जरूरतमंदो के लिए खाद्यान्न वितरण, जन्म, मृत्यु एवं विवाह पंजीयन से संबंधित प्रकरणों का निराकरण, महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पोषण अभियान के संबंध में चर्चा की जाएगी।

इसी तरह सिटिजन चार्टर, विद्युत विभाग, जल जीवन मिशन कार्यक्रम, नल जल प्रदाय योजना, ग्रामों में बेहतर स्वच्छता, ग्राम जल स्वच्छता समिति और पानी समिति, जल प्रदाय योजनाओं, घरेलू कनेक्शन प्रदाय, भू-जल स्त्रोतों, गंदे जल का निपटारा, जल स्त्रोतों का गुणवत्ता परीक्षण,मौसमी बीमारियों, चिकित्सकीय सुविधाओं, स्वामित्व योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, डिजिटल इंडिया भू-अभिलेख आधुनिकीकरण, ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यकम के तहत् ई-कोर्ट के संबंध में और ई-नामांतरण प्रकिया, ैम्ब्ब्.2011की सूची में उत्तराधिकारी का चयन, भूमिहीन परिवारों का सत्यापन, शौचालय निर्माण, सिंगल यूज प्लास्टिक का बैन, ग्राम को ओ.डी.एफ प्लस बनाने, कृषक मित्रों का चयन, छत्स्ड के अन्तर्गत विपेज पावर्टी रिडक्शन प्लान और कमजोर वर्ग के परिवारों के स्व-सहायता समूहों पर चर्चा की जाएगी।

मुख्यमंत्री 30 सितम्बर को रायपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में होंगे शामिल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 30 सितम्बर को रायपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वे सुबह 11:30 बजे नेता जी सुभाष स्टेडियम में आयोजित ‘मार्ग नामकरण समारोह एवं श्रद्वांजलि सभा’ में शामिल होंगे। वे दोपहर 12ः10 बजे साइंस  कॉलेज ऑडिटोरियम में ‘युवा सम्मेलन‘ कार्यक्रम में शामिल होंगे।

रायपुर जिले में अब तक 950.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

मानसून सत्र के दौरान अब तक रायपुर जिले में 950.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज वर्षा हुई। पिछले 24 घंटे में रायपुर जिले के अधिकांश तहसीलों में वर्षा रिकार्ड की गई है। रायपुर तहसील में 4.4 मि.मी, आरंग में 12 मि.मी, अभनपुर में 3 मि.मी, तिल्दा में 24.8 मि.मी तथा खरोरा में 72 मि.मी. वर्षा आज दर्ज की गई है।

कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक रायपुर तहसील में 1177.9 मि.मी., आरंग तहसील में 588.1 मि.मी., अभनपुर में 829.2 मि.मी., गोबरा-नवापारा में 1285.9 मि.मी, तिल्दा में 793.6 मि.मी, खरोरा 1029.5 में मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। जिले में पिछले दस वर्षों में इसी अवधि मे 1017.7 मि.मी औसत वर्षा हुई थी। इस वर्ष अब तक औसत वर्षा की 93.4 प्रतिशत् वर्षा हो चुकी है।

युवा कैरियर निर्माण योजना सिविल सेवा परीक्षा की कोचिंग हेतु प्राक्चयन परीक्षा 3 अक्टूबर को

युवा कैरियर निर्माण योजना अंतर्गत संघ एवं राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की कोचिंग हेतु पात्र अभ्यर्थियों के निर्धारण के लिए प्राक्चयन परीक्षा 3 अक्टूबर को  आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा सालेम इंग्लिश स्कूल मोती बाग रायपुर में दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक आयोजित की जाएगी। आदिवासी विकास विभाग रायपुर के सहायक आयुक्त ने बताया कि पात्र अभ्यर्थी अपना प्रवेश पत्र सहायक आयुक्त आदिवासी विकास के कार्यालय कमरा नंबर 40 कलेक्टर परिसर रायपुर से प्राप्त कर सकते हैं। परीक्षा केंद्र में प्रवेश हेतु ओरिजिनल आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या मतदाता परिचय पत्र लाना अनिवार्य होगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए फोन नंबर 7489135428 पर संपर्क किया जा सकता है।

रायपुर संभाग में शिक्षा अधिकारी करेंगे स्कूलों और आश्रम शालाओं की मानिटरिंग

रायपुर संभाग के जिले के सभी शिक्षा अधिकारियों को प्रतिमाह अनिवार्य रूप से स्कूलों और आश्रम शालाओं की नियमित रूप से मानिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। रायपुर संभाग के संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, सहायक संचालक, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्यों को माह में न्यूनतम 3 दिवस स्कूलों की मानिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी है।

संबंधित अधिकारियों से कहा गया है कि स्कूलों की मानिटरिंग के दौरान स्कूल शिक्षा विभाग, लोक शिक्षण संचालनालय, समग्र शिक्षा, एससीईआरटी और राज्य स्तरीय कार्यालय द्वारा संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं, कार्यक्रमों के क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने कहा गया है।यदि मॉनिटरिंग के दौरान कोई गंभीर समस्या पाई जाती है तो अनिवार्य रूप से संबंधित उच्च कार्यालय को यथाशीघ्र अपने प्रतिवेदन के साथ सूचित करते हुए उसके निराकरण के लिए स्वयं लगातार अनुवर्ती कार्रवाई करें। मॉनिटरिंग के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल और उसके बचाव के संबंध में स्कूलों द्वारा पालन कराई जाने वाली कार्ययोजना, आवश्यक व्यवस्था का भी निरीक्षण-परीक्षण करें।

जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक संचालक, स्कूल शिक्षा द्वारा माह में न्यूनतम 3 दिन दो-दो स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल, प्रायमरी, मिडिल, हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी, केजीवीव्ही और एक-एक अनुदान और मान्यता प्राप्त अशासकीय शाला की मानिटरिंग अवश्य करें। विकासखंड शिक्षा अधिकारी माह में न्यूनतम 3 दिन पांच-पांच प्रायमरी एवं मिडिल स्कूल तथा एक-एक अनुदान और मान्यता प्राप्त अशासकीय शाला की मानिटरिंग अवश्य करें। हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य एवं संकुल प्रभारी माह में न्यूनतम तीन-तीन प्रायमर और मिडिल स्कूल और इसी प्रकार सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी दस-दस प्रायमरी स्कूल, मिडिल स्कूल, एक-एक अनुदान और मान्यता प्राप्त अशासकीय शाला की मानिटरिंग अवश्य करें।

गंगरेल बांध से सिंचाई के लिए 30 सितम्बर से छोड़ा जाएगा पानी, मुख्यमंत्री ने किसान संगठनों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर लिया संवेदनशील निर्णय

जल संसाधन मंत्री श्री चौबे ने विभागीय अधिकारियों को दिए निर्देश, गंगरेल बांध से कमांड एरिया के चार जिलों के किसानों को सिंचाई के लिए मिलेगा पानी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसान संगठनों के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा जलाशयों से सिंचाई के लिए पानी छोड़े जाने की मांग पर संवेदनशीलता से निर्णय लेते हुए जल संसाधन विभाग को 30 सितम्बर से गंगरेल बांध सहित सिंचाई जलाशयों से पानी छोड़ने के निर्देश दिए हैं। जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के परिपालन में विभागीय अधिकारियों को गंगरेल बांध (रविशंकर जलाशय) से 30 सितम्बर से बांध के कमांड एरिया में खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए पानी छोड़ने के लिए निर्देशित किया है। गंगरेल बांध से धमतरी, बालोद, रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के किसानों को खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।

जल संसाधन मंत्री चौबे ने बताया कि गंगरेल बांध में वर्तमान में 79 प्रतिशत जल भराव है। किसानों की आवश्यकता को देखते हुए महानदी परियोजना समूह के जलाशय माडमसिल्ली तथा सोंढूर से दुधावा से भी पानी गंगरेल में लाने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि किसान संगठनों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग को देखते हुए तांदूला एवं खरखरा जलाशय से भी सिंचाई के लिए पानी छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।

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