मूर्ति निर्माण के साथ दुर्गोत्सव की तैयारियां पूर्ण, कुनकुरी नगर के पण्डालों की सजावट अंतिम चरण में, कल से होगा नवरात्र पर्व प्रारंभ

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सनातन धर्म समिति कुनकुरी शिव मंदिर परिसर में होगा प्रमुख दुर्गा पूजा का आयोजन

नगर के अन्य स्थलों बजरंगनगर, डुगडुगिया, गड़ाकटा आदि में भी होगी भव्य पूजा

सागर जोशी, समदर्शी न्यूज़

कुनकुरी. गुरूवार से प्रारंभ होने वाले श्री दुर्गा पूजा महोत्सव की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहूंच गई है। पण्डालों को आकार दिये जाने के साथ प्रतिमाओं के निर्माण भी पूर्णता की ओर है। इस महोत्सव का प्रमुख आयोजन सनातन धर्म समिति के तत्वाधान में दुर्गा पूजा समिति द्वारा स्थानीय शिव मंदिर परिसर स्थित पण्डाल में किया जा रहा है।

दुर्गा महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर मातृशक्ति द्वारा कलश यात्रा निकाली जायेगी। दुर्गा पूजन महोत्सव में प्रतिदिन प्रातः सायं पूजन आरती व प्रसाद वितरण किया जायेगा। इस पर्व के अन्तर्गत सप्तमी से नवमीं तक होने वाली फूलमाला प्रतियोगिता के साथ आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजन प्रमुख आकर्षण रहेंगें। नगर में डुगडुगिया, बजरंगनगर, गड़ाकटा, आदि स्थानों पर भी दुर्गा पूजा महोत्सव का सार्वजनिक आयोजन किया जा रहा है जिसकी तैयारियां भी लगभग पूर्ण हो चुकी है।

नवरात्र पर्व में आयोजित धार्मिक विधान व कार्यक्रम

अश्विन शुक्ल प्रतिपदा से दुर्गा पूजा महोत्सव का शुभारंभ कलश स्थापना, केश श्रृंगार, द्रव्य अर्पण कर दुर्गा पाठ से किया जायेगा तथा इस दिन मां के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की जायेगी। अश्विन शुक्ल पक्ष द्वितिया को पट्टेदार अर्पण के साथ माता के ब्रह्मचारिणी रूप का पूजन होगा। अश्विन शुक्ल तृतीया दर्पण, सिंदूर, अलक्त अर्पण के साथ माता के चन्द्रघण्टा स्वरूप की पूजा होगी। अश्विन शुक्ल चतुर्थी व पंचमी की संयुक्त तिथि को तिलक, नेत्र मंडल अर्पण, अंगराग अर्पण के साथ माता के दिव्य रूप कुष्माण्डा देवी का पूजन होगा। अश्विन शुक्ल षष्ठी को पूजा पाठ भजन कीर्तन के साथ स्कन्दमाता के स्वरूप का पूजन के साथ कात्यायनी देवी का पूजन भी सम्पन्न होगा। सायंकाल विल्वाभिमंत्रण का पूजन किया जायेगा। अश्विन शुक्ल सप्तमी को नवपत्रिका प्रवेश, प्राण प्रतिष्ठा, बलिदान, माँ कालरात्री देवी का पूजन सम्पन्न होगा। अश्विन शुक्ल अष्टमी को महाष्टमीव्रत, संधिपूजा, बलिदान, महागौरी रूप का पूजन किया जायेगा। अश्विन शुक्ल नवमीं को महानवमी व्रत, बलिदान, हवन पूजन, कन्या भोज, भण्डारा के साथ मां के सिद्धीदात्री रूप में  पूजन सम्पन्न होगा। अश्विन शुक्ल दसमीं को विजया दशमी पर अपराजिता पूजा सम्पन्न होने के उपरांत शोभायात्रा, रावणदहन के सम्पन्न होने के बाद प्रतिमा एवं कलश विसर्जन स्थानीय जलाशय में परम्परा के अनुसार महाआरती के उपरांत किया जायेगा।

दुर्गोत्सव हेतु समिति गठित

प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सनातन धर्म समिति के तत्वाधान में नगर का सार्वजनिक दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन दुर्गा पूजा आयोजन समिति द्वारा स्थानीय शिव मंदिर परिसर कें पण्डाल में किया जायेगा। नौ दिनों तक चलने वाले इस आयोजन को सम्पन्न कराने के लिये समिति का गठन स्थायी समिति के मार्गदर्शन में हुई बैठक में किया गया। इस वर्ष समिति के अध्यक्ष ओम शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष राजीव गर्ग, अभिषेक अग्रवाल, नीरज गुप्ता, कोषाध्यक्ष सीए बिनीत जिंदल के साथ अन्य पदाधिकारियों के सहयोग से दूर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। गठित समिति आयोजन की संपूर्ण व्यवस्था करेगी जिसमें दुर्गा वाहिनी समिति एवं अन्य धार्मिक एवं सामाजिक संगठन भी अपना योगदान देंगें। महोत्सव के समस्त धार्मिक विधान आचार्य पण्डित गोविंद मिश्रा, सह आचार्य विकाश शर्मा के सहयोग से बलिवेधक संकेत सिंह, नगर प्रतिनिधि सुखदेव साय, प्रमोद गुप्ता के साथ सम्पन्न करायेंगें।  

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