कर्नाटक पुलिस के अधिकारियों ने की डीजीपी से भेंट, कर्नाटक पुलिस अध्ययन दल का छत्तीसगढ़ प्रवास
August 12, 2022समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
कर्नाटक पुलिस अधिकारियों के अध्ययन दल ने आज पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा से पुलिस मुख्यालय नया रायपुर में भेंट की। कर्नाटक पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अरूण चक्रवर्ती जे0 के नेतृत्व में डॉयरेक्टोरेट ऑफ सिविल राइटस, इन्फोर्समेंट कर्नाटक के 06 अधिकारियों का दल छत्तीसगढ़ राज्य में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की विवेचना तथा न्यायालयीन प्रक्रिया का अध्ययन करने के लिये छत्तीसगढ़ राज्य के प्रवास पर आये हुए हैं। उल्लेखनीय है कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत इन वर्ग के लोगों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की त्वरित जॉंच एवं अपराधियों को न्यायालय द्वारा दंडित कराये जाने के मामले में छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्य है, इसलिए कर्नाटक राज्य का पुलिस अधिकारियों का दल अध्ययन के लिए यहां आया हुआ है।
वहां के पुलिस अधिकारियों ने पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर में कर्नाटक राज्य में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों के विरूद्ध घटित होने वाले अपराध और जॉंच प्रक्रिया को पॉवर प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। उन्होंने फर्जी जाति प्रमाण-पत्र के आधार शासकीय नौकरी तथा वहां की योजनाओं का लाभ लेने वालेो के विरूद्ध की जाने वाली जॉंच प्रक्रिया को भी साझा किया।
पुलिस महानिरीक्षक(अपराध अनुसंधान विभाग) श्री एस0सी0 द्विवेदी और श्री संजीव शुक्ला ने छत्तीसगढ़ राज्य में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के विरूद्ध होने वाले अपराधों के जॉंच की प्रक्रिया के संबंध में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के विरूद्ध होने वाली अपराधों की जॉंच राजपत्रित पुलिस अधिकारियों द्वारा की जाती है और राज्य शासन द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के विरूद्ध घटित होने वाले अपराधों की नियमित समीक्षा की जाती है एवं जॉंच में तत्परता और उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों को राज्य शासन की ओर से पुरस्कृत किये जाने का भी प्रावधान है। उप पुलिस महानिरीक्षक श्री मिलेना कुर्रे राज्य में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति थानों तथा जिला स्तर से पुलिस मुख्यालय स्तर तक की विभागीय संरचना के बारे में विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने पिछले तीन वर्षों के अपराध और विवेचना का तुलनात्मक विवरण भी प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता श्री आनंद छाबड़ा एवं विधि विभाग के अधिकारियों सहित पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।