सरकार व लिड्स रेस परियोजना के सहयोग से सामूहिक स्तर पर ग्रामीणों की आय में हो रही वृद्धि
September 13, 2022सोलर लिफ्ट एरिगेशन पम्प के माध्यम से आज लगभग 50 किसानों के कुल 200 एकड़ में खेती की जा रही है
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रांची
आकांक्षी जिला योजना के अंतर्गत बिशुनपुर ब्लाक में रेस परियोजना के अंतर्गत ग्रामीणों को जिला योजना मद के बारे में बताकर, सोलर लिफ्ट एरिगेशन पम्प लगवाया गया है, जिसका उपयोग पूरे ग्रामीण कर रहे हैं.
ब्लाक बिशुनपुर के अमतिपानी पंचायत के राजस्व ग्राम रोल में इस योजना को लगवाने से पहले पंचायत स्तर पर रेस परियोजना द्वारा एक बैठक किया गया, इस बैठक में इस योजना के अंतर्गत लगने वाले उपकरणों के बारे में बतलाया गया.
रेस परियोजना के कार्यकर्ता शत्रुघन लकड़ा के द्वारा स्वछ ऊर्जा समिति के सदस्यों के द्वारा एक बैठक किया गया, उस बैठक में वहाँ के समिति के द्वारा यह बतलाया गया की यदि हमारे गाँव में एक सोलर वाटर पम्प लग जाये तो हम सब गाँव वाले बड़े पैमाने पर किसानी कर अपने आय की वृद्धि में श्रोत कर सकते हैं, साथ ही हम लोगों को ईंधन ज्यादा मात्रा में नहीं लगाना पड़ेगा, क्योंकि ईंधन के 100/-रूपये लीटर हो जाने के कारण हम सब खेती नहीं कर पा रहे हैं। इस बात को शत्रुघन लकड़ा द्वारा रेस ऑफिस बिशुनपुर में DPM योगेश राय व BPM बिपिन तिवारी के समक्ष रखा गया। इसके बाद जिला योजना गुमला में सम्पर्क किया गया और इस बात को रखा गया, फिर वहाँ से आकांक्षी जिला योजना के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों के बारे में बताया गया, कि इस योजना के अंतर्गत बिशुनपुर में भी कार्य किया जाना है, जहाँ पर यह कार्य किया जाना है, वहाँ पर एक ग्रामसभा कर प्रस्ताव पारित करा के स्थल का परीक्षण कर जिला में भेज देना है, जिससे आगे की कार्यवाही की जा सकें.
जिला द्वारा मांगे गए सभी कार्य को पूर्ण कर उस ग्रामसभा में सोलर लिफ्ट एरिगेशन का कार्य पूर्ण किया गया, उस गाँव में आज लगभग 50 किसानों के कुल 200 एकड़ में खेती की जा रही है, वहाँ पर मूंगफली की खेती, आलू की खेती, सब्जी की खेती सालों भर खेती की जा रही है और लोगों के आय में भी वृद्धि हो रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि किसी किसान का अब डीजल ईंधन में एक पैसा नहीं लगता है, सोलर पम्प से ही खेती की जा रही है.
रेस परियोजना के सहयोग से किसानो के साथ से इस ग्रामसभा में एक बहुत बड़ी उपलब्धि प्राप्त की गयी। अब इस गाँव के सभी किसान सोलर के माध्यम से खेती कर रहे हैं और लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं.