मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ का आगमन हुआ नवागढ़ परियोजना अंतर्गत ग्राम मिसदा, केरा में
September 16, 2022महिलाओं को उनके कानूनी अधिकार के संबंध में दी गई विस्तृत जानकारी
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जांजगीर-चांपा
मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ का आगमन नवागढ़ परियोजना अंतर्गत ग्राम मिसदा, केरा में हुआ। रथ का स्वागत जिला महासचिव श्रीमती माधुरी आदित्य, पंच श्रीमती सुनीता देवांगन, पर्यवेक्षक श्रीमती उषा डहरिया, समूह अध्यक्ष श्रीमती संतोषी साहू द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। श्रीमती माधुरी आदित्य ने महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को उद्बोधित करते हुए महिला आयोग एवं उनके कार्यप्रणाली तथा महिलाओं को उनके कानूनी अधिकार के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी।
श्रीमती उषा डहरिया पर्यवेक्षक द्वारा बताया गया कि छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग का गठन महिलाओं के संवैधानिक और कानूनी सुरक्षा के उपाय उपचारात्मक संवैधानिक उपाय सिफारिश करने शिकायतों के निराकरण की सुविधा प्रदान करने और महिलाओं को प्रभावित करने वाले सभी सरकार को परामर्श देने तथा महिलाओं के सामाजिक आर्थिक, शैक्षणिक एवं स्वास्थ्य की स्थिति पर गहन अध्ययन तथा महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों से रोकथाम के उद्देश्य से 24 मार्च 2021 को किया गया। आयोग में परिवादों पर कोई भी फीस नहीं देना पड़ता है, आवेदिका अपनी शिकायत राज्य महिला आयोग से स्वयं उपस्थित होकर या आयोग के सचिव से कर सकती है।
पर्यवेक्षक श्रीमती विजयलक्ष्मी माथुर द्वारा आयोग के प्रमुख कार्य के बारे में जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि महिलाओं के लिए संविधान एवं संरक्षणों से संबंधित मामलों का परीक्षण एवं महिलाओं के अधिकार के बारे में जानकारी दी गयी। महिलाओं के ऐसे मुकदमे जो महिलाओं के बडे़ समूह पर प्रभाव डालते है, उनके बारे में भी चर्चा किया गया। कार्य स्थलों, बंदीगृहों, महिला सुधार गृहों व आश्रय गृहों का निरीक्षण उनकी स्थिति में सुधार हेतु सिफारिश करना, महिलाओं के विरूद्ध अपराधों आदि की जानकारी संकलित करना आदि। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग महिलाओं पर अत्याचार एवं अपराध, न्यूनतम मजदूरी, प्राथमिक स्वास्थ्य प्रसूति सुविधा से वंचित, वंचन, परित्यक्ता एवं निराश्रित महिलाओं के पुर्नवास महिला उत्पीड़न की घटनाओं के स्वतः संज्ञान व समय-समय पर संशोधित सेमीनार व शिविर के माध्यम से महिलाओं के कानूनी अधिकार की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में श्रीमती लक्ष्मीन आदित्य एवं ग्रामीणजन, आं.बा. कार्यकर्ता/सहायिकाएं एवं बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।