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October 14, 2021 Off By Samdarshi News

नरवा विकास योजना: कैम्पा मद से वर्ष 2021-22 में खैरागढ़, बालोद, राजनांदगांव तथा कवर्धा वनमंडल के 208 नालों में भू-जल संरक्षण के होंगे कार्य

रायपुर. नरवा विकास योजना के तहत दुर्ग वन वृत्त के 4 वनमंडलों खैरागढ़, बालोद, राजनांदगांव तथा कवर्धा में चालू वर्ष के दौरान भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं के निर्माण के लिए 208 नालों को शामिल किया गया है। इनके निर्माण के लिए कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के तहत 40 करोड़ 73 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। इनमें खैरागढ़ वनमंडल के अंतर्गत 33 नालों में 6 करोड़ 69 लाख रूपए की राशि से 64 हजार 775 संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इससे 13 हजार 934 हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी। इसी तरह बालोद वनमंडल अंतर्गत 20 नालों में लगभग 4 करोड़ रूपए की राशि से 38 हजार 678 संरचनाओं का निर्माण होगा। इससे 8 हजार 330 हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी। राजनांदगांव वनमंडल के अंतर्गत 80 नालों में 15 करोड़ 95 लाख रूपए की राशि से 1 लाख 54 हजार 475 संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इससे 33 हजार 229 हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी। इसके अलावा कवर्धा वनमंडल के अंतर्गत 75 नालों में 15 करोड़ रूपए की राशि से एक लाख 45 हजार 275 संरचनाओं का निर्माण होगा। इससे 31 हजार 250 हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी।

गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में 10 करोड़ से लगभग 01 लाख संरचनाओं का होगा निर्माण

रायपुर. नरवा विकास योजना के तहत गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान सरगुजा में कैम्पा मद से चालू वर्ष के दौरान 50 नालों को पुनर्जीवित करने का कार्य लिया गया है। इसके तहत 10 करोड़ रूपए की स्वीकृत राशि से 96 हजार 850 भू-जल संरक्षण संबंधी विभिन्न संरचनाओं का निर्माण होगा। इससे राष्ट्रीय उद्यान के 20 हजार 833 हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी।

एलीफेंट रिजर्व सरगुजा के अंतर्गत 64 नालों में 1.24 लाख संरचनाओं का होगा निर्माण

रायपुर. राज्य के एकमात्र एलीफेंट रिजर्व सरगुजा में चालू वर्ष के दौरान 64 नालों में 1 लाख 23 हजार 580 भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। इनके निर्माण के लिए कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के अंतर्गत 12 करोड़ 76 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। इससे 26 हजार 583 हेक्टेयर भूमि उपचारित होगी। इनमें विभिन्न संरचनाओं के निर्माण से वन्य प्राणियों के रहवास सुधार सहित भू-जल के संरक्षण तथा संवर्धन में काफी सुविधा होगी।