शेयर मार्केट में ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी करने वाले को राज्य साइबर पुलिस थाना ने किया गिरफ्तार, अपराध में संलिप्त विदेशी नागरिक व अन्य आरोपियों के संबंध में पतासाजी जारी

Advertisements
Advertisements

राज्य साइबर पुलिस थाना में अपराध धारा 420 भादवि एवं 66(डी) सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 के अंतर्गत अपराध किया गया पंजीबद्ध

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें प्रदीप गुप्ता के मार्गदर्शन एंव सहायक पुलिस महानिरीक्षक मनीष शर्मा के पर्यवेक्षण में ऑनलाइन ठगी में प्रभावी कार्यवाही हेतु राज्य साइबर पुलिस थाना की टीम गठित की गई, जिस पर प्रकरण में एनालिसिस कर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर टीम को मामले की विवेचना हेतु अन्य राज्य महाराष्ट्र एवं केरला रवाना किया गया।

शेयर मार्केट में ऑनलाईन निवेश के नाम पर ठगी करने वाली कंपनी के पूर्व में गिरफ्तार डायरेक्टर के (सहयोगी की गिरफ्तारी करने में राज्य साइबर पुलिस थाना को सफलता मिली। जिंदल एवं फोर्टिस हॉस्पटल रायगढ़ पतरापाली में कार्यरत जनरल सर्जन रायगढ़ निवासी संजीव पुरकालस्थ के साथ आरोपियों द्वारा व्हाट्सप्प के माध्यम से स्वंय को सिंगापुर की एक फाइनेंसियल कंपनी, जिसकी भारत में भी एक शाखा है, का आर्थिक विश्लेषक (फाइनेंसियल एनालिस्ट) बताकर दोस्ती की गई एवं ट्रेडिंग एकाउंट खोलने का लिंक भेजकर लिंक में रजिस्टर्ड होकर इन्वेस्टमेंट करने पर म्युचुअल फण्ड से ज्यादा रिर्टन का भरोसा दिलाकर कुल 87,00,000/-रूपये की धोखाधड़ी की गई। जब प्रार्थी को यह विश्वास हो गया कि यह सायबर ठगी का शिकार हो गया, तब उसने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें के समक्ष प्रस्तुत होकर शिकायत की। जिस पर संज्ञान लेते हुये प्रार्थी के लिखित आवेदन पर दिनांक 26 अक्टूबर 2021 को राज्य साइबर पुलिस थाना में अपराध धारा 420 भादवि एवं 66(डी) सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया।

विवेचनाक्रम में यह पता चला कि क्रिएटीवक्रू टेक्नालाजी प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के साथ ही अन्य कई कंपनी ठगी के उद्देश्य से खोली गई जो कि रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी में रजिस्टर्ड करायी गई थी। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी से जानकारी प्राप्त करने पर इस तरह की अन्य कंपनी की जानकारी प्राप्त हुई, जिसमें एमएचए द्वारा पूर्व में उपरोक्त कंपनियों पर कार्यवाही हेतु रजिस्ट्रार आफ कंपनी को निर्देशित किया गया था। गिरफ्तार कंपनी के डायरेक्टर मोहसिन एन द्वारा बताया गया कि उसने अपने साथी निजामुददीन ए.बी. उर्फ निजाम के साथ मिलकर क्रिएटीवक्रू टेक्नालॉजी प्राइवेट लिमिटेड व अन्य कंपनी को साथियों के साथ मिलकर रजिस्टर करवाया था। निजामुददीन ए.बी. उर्फ निजाम के द्वारा फेक कंपनी के डायरेक्टर को विदेशी नागरिक के कहने पर समय-समय पर बदला जाता था, जिससे डायरेक्टर के संबंध में पुलिस को जानकारी ना हो। दस्तावेज के आधार पर आरोपी द्वारा विभिन्न तिथियों को जिन खाता नंबरों में सम्पूर्ण धोखाधड़ी की राशि जमा कराई गई थी, उक्त संबंध में आरोपी (निजामुददीन ए.बी. उर्फ निजाम) को कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना जुर्म कबूल किया गया। बाद जिसे बदनापल्ली जिला थ्रिसुर केरल से गिरफ्तार कर रायपुर लाया गया। अपराध में संलिप्त विदेशी नागरिक व अन्य आरोपियों के संबंध में पतासाजी जारी है। इस प्रकरण में राज्य सायबर पुलिस थाना उप पुलिस अधीक्षक निशीथ अग्रवाल, प्रधान आरक्षक संदीप झा नरेन्द्र कुमार, आरक्षक भुनेश्वर साहू महिला आरक्षक सविना बानो की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!