जशपुर कलेक्टर ने चाय, कॉफी-टी बोर्ड समिति की ली बैठक, कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के लिए कहा

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चाय की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के दिए निर्देश

जशपुर में चाय की खेती के लिए जलवायु बहुत ही उपयुक्त- कलेक्टर

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने विगत दिवस कलेक्टर सभाकक्ष में चाय, कॉफी-टी बोर्ड समिति की बैठक लेकर जिले में किसानों को चाय और काफी के खेती करने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा। उन्होंने वनमण्डलाधिकारी से चाय की खेती और प्रोसेसिंग यूनिट के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी श्री जितेन्द्र उपाध्याय, युवा वैज्ञानिक श्री समर्थ जैन, वन विभाग के अधिकारीगण और चाय के खेती से जुड़े किसान उपस्थित थे।

कलेक्टर ने किसानों से भी चर्चा करके उत्पादन और किन-किन जगहों पर चाय की खेती की जा रही है इस संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों को धान एवं अन्य फसलों के अतिरिक्त अपने खेतों में चाय की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करें।

वनमण्डलाधिकारी ने बताया कि बालाछापर में 2019 से चाय की फैक्ट्री स्थापित किया गया और उच्च गुणवत्ता चाय का उत्पादन किया जा रहा है। जशपुर विकासखण्ड के गुटरी में 12 एकड़, बालाछापर में 17 एकड़ और मनोरा के कांटाबेल में 40 एकड़ में चाय की खेती की जा रही है। साथ ही पण्ड्रापाठ में 40 एकड़ में चाय की खेती करने के लिए चिन्हांकित किया गया है।

कलेक्टर ने कहा कि चाय की खेती के लिए नर्सरी में पौधे तैयार करें और जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु सूची बनाने के लिए कहा है। बैठक में वन विभाग द्वारा कांटाबेल और गुटरी चाय बगान में फिनिंसिंग और पानी की सुविधा की मांग की गई है। इसके लिए कलेक्टर ने कार्ययोजना तैयार करके प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि जशपुर में जलवायु चाय की खेती के लिए बहुत ही अनुकूल है और जहॉ-जहॉ पुराने प्रोजेक्ट चालू किए गए हैं उनको आगे बढ़ा करके किसानों को लाभान्वित किया जाएगा।

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