कलेक्टर की पहल पर कापन गौठान में एक लाख से अधिक अर्जुना के पौधों का किया गया रोपण
November 4, 2022ग्रामीणों को मिल रहे आजीविका के नए साधन
पौधरोपण से जांजगीर-चांपा जिला हो रहा हरा-भरा और प्राकृतिक रूप से संरक्षित
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जांजगीर-चांपा
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा द्वारा जांजगीर-चांपा जिले को और बेहतर विकसित करने के उद्देश्य से शासन के विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं सहित शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों के संधारण आदि आधारभूत आवश्यकताओं को तेजी से पूरा करने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए कलेक्टर श्री सिन्हा लगातार जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों का औचक निरीक्षण करते हुए आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। इसी क्रम में उनके द्वारा जिले को प्राकृतिक दृष्टिकोण से हरा-भरा बनाने तथा ग्रामीणों को आजीविका के नए साधन उपलब्ध कराने के लिए विकासखंड अकलतरा, ग्राम कापन के गौठान के 20 हेक्टेयर क्षेत्र में अर्जुना पौधरोपण करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके तहत कार्य एजेंसी रेशम विभाग द्वारा पौधरोपण एवं संधारण का कार्य करते हुए कापन गौठान में एक लाख 5 हजार पौधरोपण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अर्जुना के एक लाख से अधिक पौधरोपण से जिले के ग्रामीणों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं वहीं दूसरी ओर जांजगीर-चांपा जिला प्राकृतिक दृष्टिकोण से हरा-भरा और संरक्षित हो रहा है।
जिला रेशम अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा की पहल पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत जिला पंचायत द्वारा कापन गौठान में अर्जुना पौधरोपण और संधारण कार्य के लिए 36.95 लाख रुपए की स्वीकृति प्राप्त हुई है। अर्जुना पौधरोपण एवं संधारण कार्य से ग्रामीणों को अपने ग्राम मे मनरेगा योजना से आगामी 4 वर्षों में 20 हजार मानव दिवस रोजगार उपलब्ध होगा और अर्जुना पौधरोपण के 4 वर्ष पश्चात कोसा कृमिपालन कर कोसा उत्पादन कार्य प्रारंभ होगा। जिसमें प्रतिवर्ष ग्रामीणों को 2 लाख कोसाफल का उत्पादन प्राप्त कर लगभग 6 लाख रुपए की आमदनी प्राप्त कर ग्राम में आजिविका का साधन प्राप्त होगा। जिससे निरंतर 25 वर्ष तक उत्पादन प्राप्त कर हितग्राही लाभान्वित होते रहेंगे। पौधरोपण केन्द्र पर निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत कापन द्वारा राशि 41.66 लाख रुपए की जिला खनिज न्यास मद से पौधो की सुरक्षा के लिए बारबेड वायर फेंसिंग, चौकीदार कक्ष, स्टोर रूम का निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा पेयजल हेतु नलकूप खनन की स्कीकृति प्रदान की गई है।
अर्जुना के वृक्ष में है अनेक गुण-
अर्जुना के वृक्ष में अनेक प्रकार के गुण पाए जाते है। यह पर्यावरण संरक्षण में लाभदायक होने के साथ-साथ इसमें अनेक स्वास्थ्यवर्धक गुण भी होते है। इस वृक्ष के छाल से औषधी बनाये जाते है जो हृदय रोग, मधुमेय, हाईबीपी आदि के लिए लाभकारी होता है। अर्जुना की छाल का काढ़ा लीवर को दुरूस्त करता है, बॉडी से टॉक्सीन को बाहर निकालता है, ब्लड को शुद्ध करता है तथा बार-बार सर्दी जुकाम होने पर भी इसके काढ़े का उपयोग किया जाता है। अर्जुना की छाल में कैल्शियम और मैग्निशियम अधिक होता है जिस कारण इसके सेवन से हड्डिया भी मजबूत होती है।
अर्जुना पौधरोपण रेशम उद्योग के विकास के लिए होगा लाभदायक-
जांजगीर-चांपा जिला कोसा के लिए बहुत प्रसिद्ध है। जिले में एक लाख 5 हजार नए अर्जुना पौधरोपण से जिले के रेशम उद्योग का और बेहतर विकास हो पाएगा। अर्जुना वृक्षारोपण से कोसा के लिए कच्चा माल यहीं तैयार होगा। जिससे कच्चे माल के परिवहन में होने वाले अतिरिक्त व्यय में कमी आएगी तथा अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा। इसके रख-रखाव से लोगो को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। यह वृक्षारोपण उचित रख-रखाव एवं देख-रेख में कोसा कृमिपालन योग्य होने के बाद कोसा व्यवसाय के लिए लाभदायक होगा। सघन अर्जुना वृक्षारोपण से दोहरा लाभ होगा एक तो वानिकी पर्यावरण का विकास होगा तथा दूसरा कोसा कृमिपालन कर आर्थिक लाभ उठाया जा सकता है।