बेटियों की दुर्दशा कांग्रेस सरकार में चरम पर, छत्तीसगढ़ की बेटियों को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरकर करेंगे संघर्ष – भाजपा

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महिला एवं बाल विकास विभाग की संदिग्ध कार्यप्रणाली ने उलझाया नाबालिग से दुष्कर्म का मामला : रमशीला साहू

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

राजधानी रायपुर के माना एसओएस बालिका गृह नामक बाल आश्रम में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में पूर्व मंत्री रमशीला साहू ने कांग्रेस सरकार की संदिग्ध कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। पूर्व मंत्री जी कहती है कि यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजधानी में बालिका सुधार-गृह में इस तरह घटना निकलकर सामने आती है। उससे भी अधिक दुर्भाग्यजनक है महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारियों द्वारा मामले की लीपापोती करना और उसे दबाया जाना।

पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू ने महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया को आड़े हाथों लेते हुए कहती  है कि राजधानी में इतनी बड़ी वारदात हो जाती है और मंत्री जी कहती है उनके संज्ञान में नहीं है, यह अत्यंत शर्मनाक है। अधिकारी कुछ कहते है, पुलिस कुछ और कहती है और जांच रिपोर्ट में कुछ और ही सामने आता है। पीड़िता को अभी तक वहीं रखा जाता है, जहां उसके साथ दुष्कर्म हुआ था और उससे भी दबावपूर्ण बयान दिलवाए जाते है। इस घटना ने कांग्रेस सरकार की बेटियों और महतारियों के प्रति कार्यप्रणाली की पोल खोल दी है।

पूर्व मंत्री ने पूरे घटनाक्रम को लेकर कई गंभीर सवाल पूछे है। पहला – जिस महिला एवं बाल विकास विभाग के बाल संरक्षण इकाई ने मामले को दबा कर रखा था, उन पर अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई है ? दूसरा – संदर्भित एनजीओ पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? तीसरा – वे कौन लोग है जिन्हे बचाने के लिए पूरे मामले की रोज लीपापोती की जा रही है ? जिस स्थान पर बालिका के साथ बलात्कार हुआ अभी तक उसे उसी स्थान पर क्यों रखा गया है ? क्या पीड़िता को दबाव में रखना चाहती है सरकार ? पीड़िता के बच्चे व आरोपी के डीएनए रिपोर्ट मैच नहीं होने के बाद यह साफ है कि मामले में और लोग भी संलिप्त है। इसके बावजूद भी सामूहिक दुष्कर्म के नजरिए से इसकी जांच क्यों नहीं जा रही ? क्यों बाकी लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा ? पूर्व मंत्री एवं रमशीला साहू ने कहा कांग्रेस सरकार इसी कार्यप्रणाली से कार्य करती रही तो नाबालिग को न्याय कभी नहीं मिल सकता। बेटियों की दुर्दशा इस सरकार में चरम पर है।

कांग्रेस सरकार में कोडागांव की एक सामूहिक अनाचार से पीड़ित छत्तीसगढ़ की बेटी न्याय न मिलने के कारण आत्महत्या कर लेती हैं। दूसरी सरगुजा की गैंगरेप से पीड़ित बेटी 4 दिन तक बिना नहाए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करने का इंतजार करती रही और अब रायपुर में बेटी से सामूहिक अनाचार हुआ है और अभी तक उनके मंत्री को इस बारे में पता तक नहीं है। यह सरकार सीरियल रेपिस्ट के समान बर्ताव कर रही है। इतनी गंभीर घटना के बाद अगर शर्म है तो महिला व बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया को इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा इस की मांग को लेकर व छत्तीसगढ़ की बेटियों को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरकर संघर्ष करेगी।

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