जनजाति गौरव दिवस : जनजातियों, वनवासियों व कृषकों ने ही इस गौरवशाली परम्परा को बनाये रखा है, यह धर्म जंगलों एवं खेतों से उपजा है – डॉ. मोहन भागवत
November 14, 2022राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत अपने दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ के जशपुर आदिवासी अंचल में, रणजीता स्टेडियम में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस की विशाल सभा को किया संबोधित !
स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का बहुप्रतीक्षित अनावरण अपने कर कमलों से किया
बिरसामुंडा चौक में लगी भगवान बिरसामुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और सम्मिलित हुए शोभायात्रा में
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत अपने दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ के जशपुर आदिवासी अंचल में हैं। वे रविवार को जशपुर पहुंचे थे, संघ एवं कल्याण आश्रम के कार्यक्रमों में भाग लेने के उपरांत उन्होंने रात्री विश्राम कल्याण आश्रम में किया। सोमवार की प्रातः जशपुर प्रवास के निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत अपने निर्धारित समय 10 बजकर 5 मिनट पर विजय विहार पैलेस पहुंचे।
वहां भाजपा प्रदेश मंत्री एवं स्वर्गीय जूदेव के मँझले पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत का स्वागत किया। जिसके उपरांत उन्होंने स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की धर्म-पत्नी माधवी देवी एवं परिवार से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना और स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के कार्यकाल के समय हुए कार्यों पर चर्चा की। विजय विहार पैलेस में स्वल्पाहार के दौरान लगभग आधा घंटे तक समय व्यतीत करने के अंतर्गत संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर जशपुर राजघराने के सदस्यों से गहन चर्चा की। इस दौरान जशपुर राजघराने की सभी सदस्य उपस्थित रहे।
डॉ. मोहन भागवत ने जिला मुख्यालय जशपुर में सोमवार 14 नवम्बर की दोपहर लगभग 12:00 बजे बिरसामुंडा जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर बिरसामुंडा चौक में लगी भगवान बिरसामुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और शोभायात्रा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। जिसके उपरांत दोपहर 2:00 बजे स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का बहुप्रतीक्षित अनावरण अपने कर कमलों से किया। इसके उपरांत अपराह्न 2:30 बजे संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने जशपुर के रणजीता स्टेडियम में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस की विशाल सभा को संबोधित किया।
सरसंघचालक मोहन भागवत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मूझे सौभाग्यवश आप लोगो के दर्शन हो जाते है। मैं महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिल के वनवासी क्षेत्र से हूं। यहां आकर मुझे अपने ही घर आया हूं ऐसा महसूस हो रहा है। भगवान बिरसा मुण्डा के जन्मदिवस के शुभ अवसर पर कुमार दिलीप सिंह जूदेव के आदमकद मूर्ति का अनावरण होना यह भी एक सुखद संयोग है। स्वर्गीय जूदेव को मै व्यक्तिगत रूप से जानता था। उनके साथ कई कार्यक्रमों में सम्मिलित हुआ हूं। स्वर्गीय कुमार साहब रूप से सम्पन्न होने के बाद भी बहुत ही विनम्र थे, उनकी विनम्रता ही उनकी महानता को दर्शाती है। भगवान बिसरा मुण्डा एवं कुमार साहब के जीवन पर भी प्रकाश डाला। जनजातिय, वनवासियों व कृष्कों ने ही इस गौरवशाली परम्परा को बनाये रखा है, यह धर्म जंगलों एवं खेतों से उपजा है। जटायु एवं संपाती तथा हनुमान जी के प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए जनजातिय समुदय के त्याग, तपस्या, संतोष एवं अटूट धैर्य रखते हुए वीरता एवं कर्मठता के भाव को जनसमुदाय तक पहूंचाया। कार्यक्रम में कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तावना पढ़ी गई उन्होने बिरसा मुण्डा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा किये गये सामाजिक कार्यो को जन समुदाय तक पहूंचाया। नगर पालिका अध्यक्ष नरेश चंद्र साय द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया गया।
संत बब्रुवाहन ने कुमार दिलीप सिंह जूदेव के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धर्म को नष्ट करने वाले लोगों के विरूद्ध अपने मूंछ पर ताव देते हुए खडे रहे। कुमार साहब की आदमकद मूर्ति को देखकर आनंद की अनुभूति हो रही है। उन्होने जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म के मार्ग से नही भटकना है। कुल और पुरखों को याद करते हुए अपने 16 संस्कारो का पालन करना है।
राजा रणविजय सिंह जूदेव ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय, कल्याण आश्रम व आरएसएस के प्रति आभार प्रदर्शित किया। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा अपने शासनकाल में जशपुर एवं कुनकुरी में स्वर्गीय कुमार साहब की मूर्ति निर्माण की स्वीकृती प्रदान करने पर विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।
मूर्ति अनावरण एवं जनजातिय गौरव दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। मंच पर मुख्य अतिथि सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत के साथ रामरेखा बाबा उमाकांत प्रपन्नाचार्य जी, बब्रुवाहन संत गहिरागुरू आश्रम, पूर्व सांसद राजा रणविजय सिंह जूदेव, प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, गणेश राम भगत, रामचन्द्र खराड़ी अध्यक्ष अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम, अध्यक्ष नगर पालिका नरेश चंद्र साय, योगेश बापट महामंत्री कल्याण आश्रम जशपुर, डॉक्टर पूर्णेन्दु सक्सेना छ.ग.प्रान्त संघचालक उपस्थित रहे।
स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का बहुप्रतीक्षित अनावरण हुआ सम्पन्न
डॉ. मोहन भागवत ने आज दोपहर जशपुर में भाजपा के दिग्गज नेता और घर वापसी आंदोलन के जरिए हजारों-लाखों धर्मांतरित परिवार को हिंदू धर्म में वापसी कराने वाले दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का बहुप्रतीक्षित अनावरण उनके द्वारा रिमोट का बटन दबा कर सम्पन्न किया गया। इस अवसर पर जशपुर राजपरिवार के जशपुर राजपरिवार से राजा रणविजय सिंह जूदेव, प्रबल प्रताप सिंह जूदेव सहित समस्त सदस्यों के साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, ओपी चौधरी, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल,पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव, पूर्व सांसद नंदकुमार साय, रायगढ़ सांसद श्रीमती गोमती साय, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय, गणेश राम भगत, ननकी राम कंवर, पूर्व विधायक राजशरण भगत, कृष्ण कुमार राय सहित कई व्हीआईपी जनप्रतिनिधि व भाजपा के कार्यकर्तागण व पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इन कार्यक्रमों को लेकर जशपुर आदिवासी अंचल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह व्याप्त रहा और भाजपा कार्यकर्ता भी इन कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए लाखों की संख्या में जशपुर पहुंचे थे।
संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत का जनजातीय क्षेत्र में प्रवास विभिन्न कार्यक्रमों में होंगे सम्मिलित
संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत 2 महीने पहले करीब सप्ताह भर रायपुर में ही रहकर संघ से जुड़े संगठनों की मत्वपूर्ण बैठक की थी। इस बार जनजाति समाज के लोगों को संघ प्रमुख संबोधित करेंगे। इसके बाद अगले दिन अंबिकापुर के कार्यक्रम में संघ के स्वयं सेवकों का एकत्रीकरण का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में भाजपा से जुड़े वरिष्ठ नेताओं के भी सम्मिलित होने की खबर है। इसी दिन देश में जनजातीय गौरव दिवस भी मनाया जाएगा। दी गई जानकारी के अनुसार अंबिकापुर में भागवत 15 नवंबर को रहेंगे।